मै एक नौकरी करनेवाली शादीशुदा महिला हु। लव मैरिज का पछतावा हो रहा है।
मेरी शादी को अभी 2 साल ही हुए थे। मेरी लव मैरिज शादी थी शादी, के बाद मुझे एक बेटी हुई I
शादी के बाद से ही हम दोनों पति पत्नी में बहुत झगड़े शुरू हो गए थे। हम दोनों पति पत्नी के झगड़े
की वजह से मुझे अपने बेटी की बहुत चिंता होती है कि इन सबका मेरी बेटी पर कितना बुरा असर पड़ेगा।
ससुराल वालों के अत्याचारों को बिना कहे मैंने अपनी मर्जी से उनसे अलग रहना उचित समझा और
तलाक ले लिया मैं अपनी बेटी के साथ अलग रह रही हूं। मैं एक छोटी सी नौकरी करती हूं ,
कैसे अपना गुजारा करूं। मेरे भाई ने भी ने मुझे अपनी जायदाद से बेदखल कर दिया ।
क्योंकि जब मैंने लव मैरिज की थी तो इससे मेरे घर वालों को बहुत बुरा लगा और उन्होंने साफ साफ मना
कर दिया था कि अब हम से उनका कोई रिश्ता नहीं है और अब हमारी जायदाद में भी तुम्हारा कोई
लेना देना नहीं है। मैं बिल्कुल अकेली पड़ गई हूं । मेरी शादी टूटने का ओर मेरी बेटी के होने का
मेरे घर वालों को भी पता नहीं है मुझे अपनी बेटी के भविष्य के लिए बहुत चिंता है, क्योंकि आज
हमारे देश में बेटियों की जिंदगी वैसे ही खतरे में रहती है, मैं क्या करूं आप ही मुझे कुछ बताइए।
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हमारी सलाह : लव मैरिज का पछतावा हो रहा है।
आप अगर पढ़ी लिखी है तो, आप घर बैठे फ्री टाइम में भी कुछ काम कर सकती हैं।
जिससे आपको अपने बच्चे को पालने में कोई परेशानी ना हो I आजकल घर बैठे ऑनलाइन वर्क फ्रॉम होम
बहुत चल रहे हैं जिनके माध्यम से कुछ आप अपनी एक्स्ट्रा अर्निंग कर सकते हो जिससे आपको कोई
परेशानी नहीं होगी तथा किसी के सहारे की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। नौकरी के लिए आपके पास में 8
घंटे का समय होता है,लेकिन उसके बाद भी कुछ समय मिल जाता है। जिससे आप कुछ कार्य कर सकते हैं।
अभी आपकी शादी को कुछ ही टाइम हुआ है,इसीलिए वह आपसे नाराज हैं। लेकिन जब आप अपने बच्चे
के साथ में उनके पास जाएंगे तो उनकी नाराजगी दूर हो जाएगी वह आपको अपना लेंगे और
आपकी इस परेशानी में आपके घरवाले आपका जरूर साथ देंगे क्योंकि उनको आप के तलाक के
बारे में मालूम नहीं है तो, आप किस चीज से डर रही है। आप एक बार उनके पास जाकर मिले तो सही।
आपको और आपकी बेटी को देखकर उनकी नाराजगी दूर हो जाएगी।
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बातचीत से मामला हल करें
कहते हैं बच्चे भगवान का रूप होते हैं बच्चों से कोई भी भेदभाव और नफरत नहीं कर सकता।
आप अपने घर वालों के सामने जब आप अपनी बेटी को लेकर जाओगे तो वह यह सब बातों को भूल
जाएंगे और आपको और आपकी बेटी को अपना ही लेंगे । आप उनसे कहिये कि मुझे उनकी जायदाद
से कोई लेना देना नहीं है। सिर्फ मुझे आप सभी का साथ चाहिए। हर बात का समाधान बातचीत के
द्वारा होता है ना कि अपने मन में ही कहानियों को बनाने से होगा। आपकी जो आपकी बेटी को
लेकर जो भी चिंताएं हैं वह सब दूर हो जाएंगे आपको अपने घर वालों
का अगर साथ मिल जाएगा तो आपको आपकी लाइफ में कोई प्रॉब्लम नहीं आएगी। आप आसानी से नौकरी के
साथ-साथ कुछ और काम भी कर पाएगी। बेटी की टेंशन आपकी घर वालों की मदद से दूर हो जाएगी।