मै 32 साल की शादीशुदा महिला और एक बेटी की माँ हु। शादी के 2 साल बाद मैंने नौकरी छोड दी थी। बेटी के लालन पालन के कारण हाउसवाइफ ही हु। अब घरवाले नौकरी करने की अनुमति नहीं देते। मुझे जेबखर्च के लिए पैसे भी गिनकर देते है। सारे पैसों का हिसाब लेते है। मेरी जिंदगी खंडहर बन गई है।
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लगता है, ऐसे ही नौकरानी की तरह घुट घुटकर मै पागल हो जाऊँगी। ऊपर से मेरा husband दोस्तों के सामने मेरा अपमान करता है। मुझे बहुत बुरा लगता है। मै हरवक्त डर में जीती हु। क्या करू जिससे मेरे स्वभाव में परिवर्तन आ जाए? मै बहुत अकेली पड़ गई हु। मुझे क्या करना चाहिये?
खुद को हर वक्त motivate कैसे करें ?
सुनयना जी, इस भाग दौड़ की जिंदगी में हम सभी को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिसके वजह से हमारे मानसिक स्थिति पर भी दबाव पड़ता है। कभी कभी तो जिंदगी की दुःख परेशानियों से हमलोग इतना ज्यादा परेशान हो जाते है कि लगने लग जाता है ऐसा मेरे साथ ही क्यों होता है। ऐसी कोई परिस्तिथी आपके सामने भी जरूर आयी होगी जब आप मानसिक रूप से नकारात्मक महसूस कर रही हो। khud ko har vaqt motivate kaise rakhe?
यह समय ऐसा होता है जब हमें जरूरत होती है खुद को हर वक्त मोटिवेट रखने की ताकि हम अपने आप को मजबूत बना सके। हमारा आज का आर्टिकल भी इसी से संबंधित है क्योंकि आज के लेख में हम आपको खुद को खुद को हर समय मोटिवेट कैसे रखें के तरीकों के बारे में बताने वाले है जिसका अनुसरण करके आप हर बुरी से बुरी परिस्थिति में भी खुद को सकारात्मक अथवा मोटिवेटेड रख सकते है। खुद को मोटिवेट रखने के 10+ बेहतरीन तरीके
#1. धार्मिक बनें
अगर आप खुद को हर समय मोटिवेट रखना चाहते है तो स्प्रिचुअल बनें । कहते है पूजा अर्चना में बहुत ताकत होती है और इससे हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है जो हमे अपने लक्ष्यों को पूरा करने का सामर्थ्य प्रदान करता है इसलिए अगर आप खुद को हर वक्त मोटीवेट रखना चाहते है तो अपने धर्म ग्रंथों का अध्ययन करते रहे ताकि आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहे। धार्मिक बनें
#2. मोटिवेशनल स्पीकर्स को सुनें
दोस्तों, खुद को मोटिवेट रखने का एक और तरीका यह है कि जब भी आपके पास फ्री टाइम हो तो मोटिवेशनल स्पीकर्स की वीडियो देखें या सुनें। आजकल तो वैसे भी सोशल मीडिया का जमाना है , जहाँ आपको कई ऐसे मोटिवेशनल स्पीकर्स के छोटे छोटे क्लिप देखने को मिल जाते है जो आपको मोटिवेट करने का काम करती है । अतः अगर आप खुद को हर समय मोटिवेट रखना चाहते है तो सोशल मीडिया पर व्यर्थ में समय गंवाने के स्थान पर मोटिवेशनल स्पीकर्स को सुने।
#3. अपनी संगत अच्छी रखें
अगर आप खुद को मोटिवेट रखना चाहते है तो अपनी संगत ऐसे लोगों के साथ बनाये जो अपने जीवन में कुछ करना चाहते है । कहा जाता है कि संगत का असर पड़ता है इसलिए अगर आप ऐसे लोगों की संगत में रहेंगे जिनके जीवन का कोई लक्ष्य ही नही है या जो व्यर्थ में अपना समय गुजारते है तो आप भी उनके जैसे ही आलसी और नकारात्मक बन जाएंगे । खुद को हर समय मोटिवेट रखने के लिए अपनी संगत पर विशेष ध्यान दे और अच्छे लोगों के साथ संबंध रखे जिससे कि उन्हें देखकर आपके अंदर भी कुछ कर गुजरने की तमन्ना जागे और आप हर परिस्थिति में मोटिवेटेड रहे।
#4. धार्मिक ग्रंथ या मोटिवेशनल किताबें पढ़े
खुद को हर समय मोटिवेट रखने के लिए आप किताबों का सहारा भी ले सकते है फिर चाहे वो आपके धार्मिक ग्रंथ हो यह फिर किसी लेखक के द्वारा लिखी गई मोटिवेशनल किताब । उदाहरण स्वरूप आप अगर धार्मिक ग्रन्थ “ गीता “ की ही बात करें तो आपको इसमें कही गई हर बात से मोटिवेशन मिलता है शायद इसलिए कहा जाता है कि जीवन के हर मुश्किल का हल गीता में उपलब्ध है। इन ग्रन्थों को पढ़ने से हमारे अंदर भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है जिससे हमलोग खुद को हर समय मोटिवेटेड रख सकते है।
#5. आलस्य से दूर रहें
जीवन में आगे बढ़ने की तमन्ना तो हर व्यक्ति रखता है लेकिन सफलता तक पहुंचने के लिए हमे जरूरत होती है कड़ी मेहनत करने की । जीवन में केवल वही लोग आगे बढ़ते है जो अपने लक्ष्य को पाने के लिए जी तोड़ मेहनत करते है। अगर आपको खुद को हर वक़्त मोटिवेटेड रखना है तो इसके लिए अपने आपको आलस्य से दूर रखें क्योंकि अगर आप आलसी है तो मोटिवेशनल स्पीकर्स को सुनने या धार्मिक ग्रंथों को पढ़ने से भी आपका कोई लाभ नही होगा क्योंकि भाग्य उन्हीं लोगों के बदलते है जो मेहनत करते है। अतः अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए खूब मेहनत करें और साथ ही साथ अपने आपको मोटिवेटेड भी रखें।
#6. अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखें
अगर आप खुद को मोटिवेट रखना चाहते है तो अपने लक्ष्य पर हमेशा ध्यान केंद्रित रखे ताकि इससे आपको आगे बढ़ते रहने के लिए प्रोत्साहन मिलता रहे और आप मोटिवेटेड रहे। हमेशा इस बात पर अपना ध्यान केंद्रित रखे कि आपके लिए उस लक्ष्य को पाना कितना आवश्यक है । ऐसा करने से आप खुद ब खुद मोटिवेटेड रहेंगे।
motivatinal speaker कुछ हद तक प्रेरणा देते है, मगर अपने निजी अनुभव के आधार पर कोई भी फैसला लेना सबसे अच्छा होता है। कोई भी स्त्री या पुरुष हर वक्त motivated नहीं रह सकते। सुख दुख, आशा निराशा मन के स्थाई भाव होते है। मूड के अनुसार बदलते रहते है।
खुशी सिर्फ पैसों पर निर्भर नहीं होती। जब आप भूखी हो, तब खाना मिलने पर खुशी मिलेगी। गर्मी में दूर दूर चलकर थकने के बाद अगर कोई ठंडा पानी पीने को दें, तो बहुत ज्यादा खुशी मिलती है। वक्त और स्थिति के अनुसार खुशी का पैमाना बदलता है।