क्यों बोरिंग होती है मैरिड लाइफ?

शादी के कुछ साल बाद ये पाया गया है की ज़्यादातर शादीशुदा जोड़ों को अपने रिश्ते में नयापन और एक्साइटमेंट की कमी महसूस होने लगती है. इससे आपसी रिश्ता नीरस हो जाता है, कभी-कभी लोग एक-दूसरे को धोखा भी दे देते हैं। शादी में बोरियत होने का मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि अलग होने या तलाक़ पर विचार करने का समय आ गया है। शादी के 1-2 साल बाद रिश्ता नीरस हो जाता है, कभी-कभी लोग एक-दूसरे को धोखा भी दे देते हैं। कब बोरिंग होती है मैरिड लाइफ? कैसे सुधारे रिश्ता?

हालांकि, अगर सोचसमझकर संबंध सुधारने का प्रयास नहीं किया, तो स्वस्थ संबंध बनाए रखना मुश्किल हो सकता है। शादीशुदा जीवन, प्यार, खुशी और साथ का प्रतीक होता है। लेकिन कई बार यह जीवन एकरसता और बोरियत का शिकार भी हो जाता है। आइए जानते हैं क्यों बोरिंग होती है मैरिड लाइफ? कुछ ऐसे कारण जिनसे मैरिड लाइफ बोरिंग हो सकती है:

क्यों बोरिंग होती है मैरिड लाइफ?

1. एकरसता:

2. संवाद की कमी:

3. रोमांस की कमी:

4. अपेक्षाओं का बोझ:

5. व्यक्तिगत विकास में कमी:

6. बाहरी प्रभाव:

उदाहरण:

  1. रोज़मर्रा की ज़िंदगी में उलझे रहने के कारण रीमा और रवि के पास एक-दूसरे के लिए समय नहीं बचता।
  2. वे एक-दूसरे से बातचीत नहीं करते और उनकी भावनाओं में दूरी आ जाती है।
  3. रीमा को लगता है कि रवि अब उससे प्यार नहीं करता और रवि को लगता है कि रीमा हमेशा उससे नाराज़ रहती है।
  4. धीरे-धीरे उनका शादीशुदा जीवन एकरस और बोरिंग हो जाता है।
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