पति अपने दोस्तों से पर्सनल सिक्रेट भी शेअर करते है। शर्मिंदगी महसूस होती है।

मै शादीशुदा महिला हु। पति अपने दोस्तों से पर्सनल सिक्रेट भी शेअर करते है। शर्मिंदगी महसूस होती है।

यह जरूरी तो नहीं, की पर्सनल बाते, लोगों के साथ शेअर करें। कुछ निजी बाते हर किसी को सीक्रेट ही

रखनी चाहिये। मगर मेरा पति कोई बात सीक्रेट नहीं रख सकता। हर बात अपने दोस्तों से शेअर करता है।

यह बात न सिर्फ मेरे लिये बल्कि हमारे पूरे परिवार के लिये अच्छी नहीं है। उनको समझाया मगर समझते नहीं।

मुझे क्या करना होगा?

हमारी सलाह : पति अपने दोस्तों से पर्सनल सिक्रेट भी शेअर करते है। मुझे बहुत शर्मिंदगी महसूस होती है। क्या करूँ?


आपके पति को शायद यह नहीं पता होगा कि कौन सी बात कहां कहनी चाहिए।

या फिर उन्हें जिंदगी में यही काम आता होगा। इधर की बात उधर करना और उधर की बात इधर करना।

आपको अपने पति को बैठकर समझाना होगा कि वह जो यह सब काम करते हैं।

यह आपको बिल्कुल नहीं पसंद है। उन्हें यह सब बंद करना होगा। यदि वह फिर भी नहीं मानते हैं।

तो फिर आप सख्त कदम उठाइए। पति-पत्नी के बीच में दोस्ती का रिश्ता भी होता है। लेकिन इसका अर्थ

यह नहीं है कि वह पति-पत्नी के आपसी बातों को भी औरों के सामने कहे।

पति को वार्निंग दीजिए


अपने पति से कहिए की जिंदगी में कभी भी किसी के सिक्रेट को औरों के सामने नहीं कहना चाहिए।

आप तो अपनी ही पत्नी का मजाक अपने दोस्तों के सामने उड़ाते हैं। आपको यह शोभा नहीं देता।

ऐसा करके आप हमारे रिश्ते को अपमानित कर रहे हैं और मेरा भी अपमान कर रहे हैं।

आपने बहुत बार उनसे कहा है। लेकिन वह मान नहीं रहे। इसलिए अब आप उन्हें आखिरी चेतावनी देंगी।

उनसे कहेंगे कि अब मैं आपको आखरी बार वार्निंग दे रही हूं।

अगर अगली बार आपने हमारे व्यक्तिगत बातों को अपने दोस्तों के सामने कहा तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा।

क्या पता आपके इस चेतावनी से आपके पति थोड़ा संभल जाएं।

कुछ दिनों के लिए मायके चले जाइए


यदि आपके पति आपके द्वारा दिए गए वार्निंग से भी ना सुधरे। 

तो उन्हें सुधारने के लिए आप कुछ दिनों के लिए बिना बताए मायके चली जाइए।

वह आपको कॉल तो जरूर करेंगे। आप से अचानक मायके जाने का कारण भी पूछेंगे।

तो आप कह दीजिएगा कि मैं कहीं भी जाऊं आपको उससे क्या?

आप तो अपने ही मन की करते हैं ना। तो अब से मैं भी अपने ही मन की करूंगी।

मुझे जहां मन होगा मैं जाऊंगी मुझे जो करने की इच्छा होगी। 

वह मैं करूंगी। अब मैं आपसे कुछ भी पूछ कर नहीं करूँगी।

बदले में आपके पति आपसे इसका भी कारण पूछेंगे कि आप ऐसा जिद क्यों कर रही हैं।

तब आप कहिएगा कि जो पति वैवाहिक जीवन के बातों को अपने दोस्तों के सामने कहकर मजाक उड़ाता है।

वह पति नहीं हो सकता। जहां पर मेरी बातों का कोई सम्मान नहीं। उस घर में रहकर मैं क्या करूँगी।

इसलिए मैं अब अपने मायके ही रहूंगी।

पति को सुधरने के लिए कहिए


आपके पति आपका मन रखने के लिए। आप से कहेंगे कि ठीक है। मैं अबसे तुम्हारी बातों को सुनूंगा।

मैं दोबारा ऐसी गलती नहीं करूँगा। आप कहिएगा कि आप बार-बार वादा करते हैं और उस वादे को तोड़ देते है।

इसलिए इस बार अपने निर्णय लिया है कि जब तक आप (पति) नहीं सुधरेंगे तब तक आप घर वापस नहीं जाऐंगी।

पति से साफ साफ कह दीजिए कि खुद को सुधारिए। जिस दिन मैं आप में सुधार देखूंगी। उस दिन ही मैं

आपके घर में प्रवेश करूंगी अन्यथा नहीं। आपके पति यदि सच्चे मन से आपको प्यार करते हैं।

तो आपकी बातों पर जरूर गौर करेंगे और खुद में सुधार लाएंगे और आप को मायके से घर वापस ले जाएंगे।

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