सासु माँ का चरित्र अच्छा नहीं है। मुझे यहाँ रहने का मन नहीं हो रहा है। क्या करू?

मै पढीलिखी घरन्दाज शादीशुदा महिला हु। एक बेटा एक बेटी है। सासु माँ का चरित्र अच्छा नहीं है।

हमारी शादी को 4 साल हो गए है। मेरे पति नौकरी करते है। ससुर गुजर गए है। उनकी पेंशन सांस

को मिलती है। उसमें से एक फूटी कौड़ी भी मेरे बच्चे के लिये खर्च नहीं करती। मुझपर हमेशा गुस्सा

निकलती रहती है। पति को मेरे खिलाफ भड़काकर झगड़ा करवाती है। इतना ही नहीं, मुझे तो उसके

चरित्र पर ही संदेह है। मगर मै बहु होने के कारण उनको अपनी गलतियों का एहसास कराना उनको

बेइज्जती लगती है। mother in law is bad मै यहाँ रहना बिल्कुल नहीं चाहती क्या करू ?

हमारी सलाह : सासु माँ का चरित्र अच्छा नहीं है।

आपके सांस का चरित्र खराब है। ऐसे में आप उनके लिए कुछ करना चाहती हैं।

अर्थात आप अपनी सांस को सुधारना चाहती हैं। यह बहुत अच्छी बात है।

यदि आप अपनी सांस को बदलना चाहती हैं। उसके लिए आपको कुछ करना होगा।

कुछ ऐसा करना होगा जिससे उनमें परिवर्तन आना शुरू हो जाए।

इसलिए हमारे ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़िए।

दुनिया में कोई बुरा नहीं होता


दुनिया का कोई भी इंसान बुरा नहीं होता। बुरा व्यक्ति को हालात बना देता है।

ठीक वैसे ही आपकी सांस भी बुरी नहीं थी।

हो सकता है की कुछ परिस्थितियों के कारण आज वह बुरे चरित्र की बन चुकी हैं।

बस आपको थोड़ा सा प्रयास करना है और अपनी सांसु मां को एक अच्छा इंसान बना देना है।

हो सकता है कि इसमें थोड़ा वक्त लग जाएं।

व्यक्ति को बुरा बनने में भले ही 1 मिनट लगे। लेकिन अच्छा बनने में थोड़ा समय लग ही जाता है।

चरित्र अच्छा ना होने का लक्षण


आपने कहा कि आपकी सांस का चरित्र अच्छा नहीं है। हम आपको चरित्र अच्छा ना होने के कुछ लक्षण बताएंगे।

जिसके आधार पर ही हम आपको निवारण भी देंगे।

आपकी सांस किसी के बात का सम्मान नहीं करती। केवल अपनी ही जिद पर अड़ी रहती हैं।

तो क्या आपकी सांस बात-बात पर आप से झगड़ा करती हैं?

क्या पति और आपके बीच में आपकी सांस की वजह से ही झगड़ा होता है?

आपकी सांस बेवजह शक या गुस्सा करती हैं? किसी से अफेयर है ?

यदि इनमें से कोई भी,अवगुण आपके सांस के अंदर है। जिसके कारण आप की यही धारणा बनी है

कि आपकी सांस का चरित्र अच्छा नहीं है। तो आप बिल्कुल सही है।

लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि ऐसे लोगों को सुधारा जा सकता है।

सास को सुधारने का अच्छा तरीका


देखिए किसी में भी यदि पहले से ही कोई अवगुण मौजूद होता है।

तो उसके अवगुण को गुण में बदलने के लिए वक्त तो लगता ही है।

आपके सांस की जो परिस्थिति है। उस परिस्थिति में बदलाव लाने के लिए थोड़ा सा वक्त लगेगा।

लेकिन वह बदल जरूर जाएंगी।

आपकी सांस को,आप को बड़े ही प्यार से हैंडल करना है। यदि वह बात-बात पर आप से गुस्सा करती हैं।

तो आप उनसे बिल्कुल मुस्कुरा कर बात कीजिए। कई बार सामने को गलत का एहसास तब होता है।

जब वह देखता है कि उसके हजार प्रयास के बाद भी कुछ असर नहीं हो रहा है।

यदि आप अपनी सांस को हंसकर हैंडल करेंगी। तो उनके मन से कटु भावना निकल जाएगा।

फिर वह पहले से अच्छा व्यवहार करेंगी। यदि वह किसी के बात का सम्मान नहीं करती।

फिर भी आप उनका सम्मान कीजिए।

ये बात जरूर याद रखना


लेकिन तब तक जब तक कि आप सहन कर सके। उसके बाद उन्हें भी आप सम्मान मत दीजिए।

फिर देखिएगा,जब उन्हें यह अहसास होगा कि मुझे सामने वाला सम्मान इसलिए नहीं दे रहा,

क्योंकि मैं लोगों को सम्मान नहीं देती। तो वह खुद में बदलाव जरूर लाएंगी।

देखिए दोस्तों परिवर्तन संसार का नियम है। वक्त के साथ हालात के साथ हमें

अपने आप को बदलना पड़ता है। आपकी सांस तो इंसान हैं।

यदि वह खुद को नहीं बदलती तो आप उन्हें सुधारने का तरीका बदल दीजिए।

सासु माँ का चरित्र अच्छा नहीं है। मुझे यहाँ रहने का मन नहीं हो रहा है।

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