ऐसा अक्सर लोग कहते हैं कि शादी के बाद लोगों की जिंदगी में बदलाव आ जाता है। यह बात कितनी सच है एवं कितनी झूठ, उसका जवाब आप सभी को हमारे ब्लॉग के माध्यम से पता चल जाएगा। वास्तविक जीवन में शादी के बाद लड़के एवं लड़की के जीवन में बदलाव आता है या नहीं।
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शादी के बाद एक लड़का और एक लड़की की जिंदगी कैसे बदल जाती है?
लड़कों के जीवन में क्या बदलाव आते हैं?
पहले की तुलना में लड़के ज्यादा दायित्व वान बनते हैं
मां-बाप अपने बच्चों को तब तक ही बैठकर खिलाएंगे। जब तक कि उनकी शादी नहीं हो जाती। लड़कों के मामले में ऐसा होता ही है। यदि लड़के की शादी हो जाती है तो लड़के के माता-पिता लड़के को नहीं खिलाते है। बल्कि उसे यह कहते है कि अब तुम्हारी शादी हो चुकी है। अब तुम जानो कि तुम अपने घर परिवार को कैसे खिलाओगे उन्हें कैसे रखोगे। इन सब कारणों से वह ज्यादा दायित्ववान बन जाते हैं।
बाहर घूमना फिरना भी बंद हो जाता है
शादी से पहले जिस प्रकार एक लड़का घर के बाहर जब मन तब घूमने फिरने चला जाता है। शादी के बाद उसकी यह आदत पूरी तरह से बदल जाती है। वह चाहे भी तो घर के बाहर बेवजह नहीं घूम पाएगा। कारण उसकी बीवी की नजर उस पर 24 घंटे बनी रहती है।
पत्नी को ज्यादा महत्व देने लगते हैं
बैचलर लड़के शादी के बाद सबसे ज्यादा महत्व। यदि किसी को देते हैं, तो वह अपनी पत्नी को देते हैं। पत्नी से बिना पूछे कोई काम भी नहीं करते हैं। घर में मां यदि हो तो लड़के अपनी पत्नी के लिए अपनी मां से भी लड़ जाते हैं।
पैसों की बचत करते हैं
शादी से पहले एक लड़का जितना मर्जी उतना पैसे उड़ा सकता था। लेकिन जिस दिन से उसकी शादी हो जाती है। उस दिन से लेकर मरते दम तक वह जब भी पैसा खर्च करता है। तो वह बहुत ही सोच विचार कर पैसा खर्च करता है। ताकि पैसों की बचत हो एवं अनावश्यक उसका पैसा कहीं और खर्च ना हो सकें।
लड़कियों के जीवन में क्या बदलाव आते हैं?
लड़को की तरह लड़कियों के जीवन में भी शादी के बाद परिवर्तन आते हैं-
खुद के लिए उनके पास समय ही नहीं बचता
शादी के बाद लड़कियों के जीवन में जो बदलाव सबसे ज्यादा होता है। वह बदलाव यह है कि उनके पास अपने लिए समय नहीं बच पाता है। ससुराल में इतने काम होते हैं कि वह खुद को उन कामों से बाहर नहीं निकाल पाती है। इसलिए समय की पाबंदी के कारण लड़कियां अपना ख्याल भी नहीं रख पाती है।
लड़कों की तरह लड़कियों को भी शादी के बाद बहुत सारी जिम्मेदारियों का पालन करना पड़ता है
शादी के बाद जिस तरह से लड़के जिम्मेदार बन जाते हैं। ठीक उसी प्रकार से लड़कियां भी ससुराल जाकर बहुत ज्यादा जिम्मेदारी निभाने लगती है। उनको ससुराल में ना केवल अपने पति का ख्याल रखना होता है। बल्कि पति के साथ-साथ पूरे घर परिवार के लोग का भी ख्याल रखना होता है।
शादी के बाद एडजस्ट करने की आदत हो जाती है लड़कियों को
मां-बाप की कुछ लाडली बेटियां शादी से पहले इतने सुकून से जिंदगी काट कर आती है कि उनको अपने माता-पिता का घर छोड़कर जाने का मन भी नहीं करता है। लड़कियों को शादी के बाद बार-बार हर चीज में एडजस्ट करनी पड़ती है। वह चाहकर भी अपने मन का नहीं कर पाती है।
देर तक सोने की आदत से भी मुक्ति मिल जाती है लड़कियों को
यदि कोई लड़की शादी से पहले अपने माता-पिता के घर देर तक सुबह में सोती थी। तो उनकी यह आदत भी शादी के बाद अपने ससुराल में आने के बाद छूट ही जाती है। यही सच है कि माता-पिता के घर में अपनी इच्छा अनुसार हम चल सकते हैं। लेकिन ससुराल में वहां के नियम मानने पड़ते हैं। जो घर के बाकी सदस्य भी मानते हैं।