मेरा नाम रानी है। स्टूडंन्ट-टीचर शादीसे अपराधबोध
मैं 29 वर्ष की अविवाहित टीचर लड़की हूँ। मेरे पास सरकारी नौकरी है।
मेरा कोई भाई नहीं था। मेरी माँ तलकशुदा होने के कारण पिता का सुख हमें नहीं मिल पाया
और घर में बहुत गरिबी थी , आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। माँ को हमारी शादी की
चिंता रहती थी वह सारा खर्च अकेले नहीं उठा सकती थी इसलिए मैं एक बेटा बन गयी
अपने परिवार की पूरे दिल से सेवा की। मैंने अपनी दो छोटी बहनों की अच्छे परिवार में शादी करा दी ।
माँ बीमार रहती थी , उसकी देखभाल के लिये मैंने शादी नहीं की। पिछले साल माँ का निधन हो गया।
मेरी समस्या और समाज की सोच
अब मैं शादी करना और घर बनाना चाहती हूं।
मेरा एक (स्टूडंन्ट) विद्यार्थी है जिसको मैं 2 साल से शादी करने से मना कर रही हु ।
और दूसरी जाती का है, मै जातिधरम पर विश्वास नहीं करती पर वह मुझसे 5 साल छोटा है।
क्या उम्र का अंतर हमारे वैवाहिक जीवन को प्रभावित करेगा?
और अपने शिष्य के साथ शादी करना मुझेमें अपराधबोध की भावना पैदा करता है।
इससे मुझे लगता है की समाज और मेरे सहकर्मियों का मेरे प्रति देखने का नजरिया बदल जाएगा
उससे शादी करना सही होगा या नहीं कृपया बताओ
यह सराहनीय है कि आप अपने परिवार के प्रति अपने कर्तव्य को एक बेटी के रूप में समझते हैं।
आपका दोस्त आपसे शादी करना चाहता है, उसे आपसे छोटे होने में या शिष्य होने से कोई परेशानी नहीं है,
इसलिए आप शादी कर लें। आप शादी के लिए पहले से ही लेट हैं। दूसरी ओर आपका
दोस्त लंबे समय से आपकी ‘हां’ का इंतजार कर रहा है। जहां तक वैवाहिक सुख की बात है,
यह पति-पत्नी की मानसिकता और आपसी समझ पर निर्भर करता है। आप दोनों परिपक्व हैं,
इसलिए आप एक अच्छे साथी होंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि घर की जिम्मेदारियों
अच्छी तरह समझते है आपके पास जीवन का अनुभव भी है। स्टूडंन्ट-टीचर शादीसे अपराधबोध