मै 27 वर्षीय शादीशुदा महिला हु। शादी को 3 साल हो गये है। मै नौकरी नहीं करती। पति की भाभी से घनिष्टता है।
घर के बाकी सारे सदस्य या तो नौकरी करते है। या रिटायर्ड है। मै एक बेटी की माँ हु।
देवर के 2 बच्चे है। मेरी शादी होने के बाद से ही मैने हमेशा ये महसूस किया है, की मेरा
पति मुझसे ज्यादा बात नहीं करता। कभी मुझसे हसी-मजाक नहीं करता। मुझे अपना कोई
सीक्रेट नहीं बताता। मगर अपनी भाभी के साथ खूब बाते करता है। मुझसे कम और भाभी से
ज्यादा घनिष्टता रखता है। मैने कई बार उनको हसी मजाक करते हुये देखा है। गुपचुप बात
करते हुये पकड़ा है।
इस बात पर हमारा बहुत बार झगड़ा होता है। वो सुधारता नहीं , उल्टा मुझे ‘बुरी औरत ‘ कहकर
मेरा मजाक उड़ाया जाता है। सांस ससुर भी मुझे ही दोष देते है। और पड़ोसियों को बताते है की
कैसे मुझसे शादी करने के बाद उनके बेटे की जिंदगी नर्क जैसी बन गई है। मुझे इस वातावरण से
घुटन सी महसूस होती है।
मै चाहती हु, की मेरा पति अपनी भाभी के बजाय मुझसे गुफ्तगू करें। अपने दुखदर्द मुझसे शेयर
करें। मै उनके ज्यादा करीब रहू। मगर वो मुझे इस लायक समझते ही नहीं। मै सोच सोचकर
परेशान हो गई हु। कैसे मै पति को वश में करू ?
ये भी पढे : भाई का दोस्त मुझसे इकतरफा प्यार करता है। उससे कैसे छुटकारा पाउ ?
हमारा सुझाव : पति की भाभी से घनिष्टता है।
अच्छा हुआ ये सवाल आपने हमें पूछ लिया। आप के जैसी कई अन्य महिलाओ को इसका फायदा होगा।
हर व्यक्ति का स्वभाव अलग अलग होता है। शायद आप ज्यादा ग़ुस्सा करती है, इसलिए पति दूर रहता है।
अब से आप गुस्सा करना छोड़ दो। और शक मन में आएगा भी तो जाहीर मत करो। पति की हर जरूरत
का खयाल रखो। कभी कभी ऐसा भी होता है, की पति आपके साथ बहस करना नहीं चाहते, परिणामस्वरूप
आपसे बात भी नहीं करते। इसके पीछे उनका डर होता है, की कही आपको गुस्सा न आ जाए। हर आदमी
सुकून की जिंदगी चाहता है। आपके साथ पति को सुकून नहीं मिलता है, इसलिए पति आपसे दूर रहने की
कोशिश करता है।
जिस स्त्री को अपने पति का दिल जितना है, वह बस उनकी जरूरत का खयाल रखे। उनको ज्यादा
टेंशन ना दे। घर के सदस्यों का आदर करें। उनसे उल्टे मुह बात ना करें। किसी से बहस ना करें।
पति को जो पकवान अच्छा लगता है, वो बनाए। उनके खाना खाने के बाद ही खाना खाए। उनको जिस
चीज की जरूरत हो, बिना बताए पहचानना सीखे। और जो लोग उनको पसंद है, उनसे नफरत ना करें।
उनका सन्मान करें। तो वो लोग भी तुम्हारे बारे में उनको अच्छा फीडबैक देंगे। और धीरे धीरे पति को
आपका अस्तित्व अच्छा लगेगा। आपके साथ बात करने से उनको सुकून मिलेगा।
बस भाभी से ईर्षा करना छोड़ दो। पति का भरोसा जीतने की कोशिश करो। आप पति की चहेती बन जाओगी।
क्या आप जानते है ? हम मंदिर की परिक्रमा क्यों लगाते है?