अवैध संबंध से खासकर महिलाओं को क्यों दूर रहना चाहिए?

अवैध संबंध से खासकर महिलाओं को क्यों दूर रहना चाहिए?

हमारे समाज में लड़कों के लिए अलग एवं लड़कियों के लिए हमेशा से अलग नियम बनाए गए हैं। शायद यही वजह है कि आज भी हमारे देश में लड़के एवं लड़कियों को एक समान नहीं माना जाता। इसके पीछे हमारी छोटी सोच जिम्मेदार है एवं वह सभी परंपरा भी कसूरवार है। जिसके वजह से हमारे समाज में आज भी असमानता जैसी परिस्थिति व्याप्त है‌।

लड़का देर रात तक ऑफिस में काम करें तो उस पर अगले दिन सुबह कोई उंगली नहीं उठाता। लेकिन वही औरत घर से बाहर निकल कर देर रात यदि काम करती है। तो उसके चरित्र पर सवाल उठ जाते हैं। ऐसा क्यों होता है एवं क्यों महिलाओं को यह सलाह दी जाती है कि उन्हें अवैध संबंध बनाने से दूर रहना चाहिए। क्या इसके पीछे कोई खास वजह है? आइए जानते हैं।

महिला के अवैध संबंध से घर परिवार का सुख चैन उड़ जाता है

महिलाओं को आमतौर पर मां लक्ष्मी, मां दुर्गा, मां सरस्वती इत्यादि का रूप माना जाता है। देवी समान मानी जाने वाली औरतों को अवैध संबंध रखना शोभा नहीं देता। कहा जाता है कि जिस घर के महिलाएं अपने पति के अतिरिक्त किसी और आदमी को अपना दिल दे बैठती हैं। उस घर में कभी भी सुख नहीं रहता है। यहां तक कि माता लक्ष्मी भी गुस्सा होकर उस घर को छोड़कर चली जाती है।

बुरी महिला का पूरे परिवार पर बुरा असर पड़ता है

जिस तरह से अच्छी सोच रखने वाले व्यक्ति ज्ञानी कहलाते हैं। ठीक उसी प्रकार बुरी सोच या बुरी आदत रखने वाले लोग बुरे ही कहलाते हैं। गुरु चाणक्य कहते थे कि जिस घर की स्त्री अच्छी नहीं होती उस घर में कभी भी कुछ भी अच्छा नहीं हो सकता।

कारण स्त्रियां घर में उस खंभे के समान होती हैं। जिस खंभे के ऊपर पूरे घर का भार समाया हुआ होता है। यदि खंबे में किसी प्रकार का दरार उत्पन्न होता है। तो उस दरार के कारण पूरा घर टूट कर बिखर जाता है इसलिए महिलाओं को कभी भी अवैध संबंध नहीं बनाना चाहिए क्योंकि उसके एक गलत कदम के कारण उससे जुड़े सभी लोग प्रभावित होते हैं।

गलत संबंध की महिला से उत्पन्न होने वाले बच्चे

गलत इंसान के साथ रहने वाले हर व्यक्ति भी उसकी तरह ही एक न एक दिन गलत का सहारा लेते हैं। ठीक वैसे ही यदि घर की स्त्री यदि बुरी होती हैं या किसी के साथ गलत संबंध बना लेती है। तो उस के कोख से जन्म लेने वाला बच्चा भी कभी ना कभी भविष्य में उसके जैसा ही बनता है।

इसलिए अच्छी स्त्रियों को ऐसे संबंध बनाने से पहले 10 बार सोचना चाहिए कि उसका परिणाम क्या हो सकता है।

निष्कर्ष

एक औरत अपने घर की भले ही मुखिय नहीं होती हैं। लेकिन उनके कारण पूरा परिवार चलता है। जिस घर की महिला अच्छी होती है। उस घर के हर व्यक्ति अच्छे होते हैं। यदि महिला बुरी भी होती है। तो भी चल जाता है। लेकिन महिला यदि चारित्रिक रूप से गलत होती है। तो उस घर का सर्वनाश हो जाता है। जिस घर में वह अवैध संबंध रखने वाली महिला वास करती है।

इन्हीं सब कारणों की वजह से एक महिला को बचपन से ही यह सिखाया जाता है कि उन्हें कैसे रहना चाहिए एवं किसके साथ मिलना चाहिए। ताकि क्या गलत है एवं क्या सही है। वह सीख सकें एवं आगे चलकर कोई बड़ी गलती ना करें।

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