महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है। ज्योतिष और तंत्र साधना में भगवान शिव को प्रसन्न करने के कई तरीके हैं। महाशिवरात्रि पर्व के दिन राशि के अनुसार कुछ विशेष पद्धति द्वारा अगर शिव जी की पूजा की जाएं। तो हर मनोकामना पूरी हो सकती है। आइए जानते हैं कि राशि के अनुसार क्या करना चाहिए जिससे शिव जी प्रसन्न हो जाएं और भक्तों की मनोकामना भी पूरी हो जाएं।
महाशिवरात्रि पर मन की हर मनोकामना पूरी करने के लिए राशि के अनुसार लोगों को क्या करना चाहिए?
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मेष राशि
मेष राशि के लोग यदि महाशिवरात्रि के दिन कुमकुम से भगवान शिव की पूजा करते हैं और साथ में ॐ ममलेश्वराय नमः मंत्र का जाप करते है। तो इनको कई सारे क्षेत्रों में लाभ प्राप्त होगा।
वृषभ राशि
महाशिवरात्रि के दिन वृषभ राशि के जातकों को शिव जी के ऊपर दूध से अभिषेक करना चाहिए। साथ ही सभी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए ॐ नागेश्वराय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।
मिथुन राशि
महाशिवरात्रि के दिन मिथुन राशि के जातकों को भगवान शिव का गंगा जल से अभिषेक करना चाहिए और ॐ भूतेश्वराय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।
कर्क राशि
इस राशि के जातकों को महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए और महादेव के “बारहवें” नाम का स्मरण करना चाहिए।
सिंह राशि
इस राशि के जातकों को महाशिवरात्रि के दिन शिव का शहद से अभिषेक करना चाहिए और ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। वह भी रूद्राक्ष के माला से।
कन्या राशि
महाशिवरात्रि के दिन इस राशि के जातकों को जल में दूध मिलाकर शिव का अभिषेक करना चाहिए और “शिव चालीसा” का पाठ करना चाहिए।
तुला राशि
इस राशि के लोगों को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इस दिन दही से महादेव का अभिषेक करना चाहिए और “शिवास्तक” का पाठ भी करना चाहिए।
वृश्चिक राशि
इस राशि के तहत पैदा हुए लोगों को दूध और घी से शिव का अभिषेक करना चाहिए और ॐ अंगेरेश्वराय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।
धनु राशि
महाशिवरात्रि के दिन दूध से शिव का अभिषेक करें और ॐ सोमेश्वराय मंत्र का जाप करें, शीघ्र ही सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।
मकर राशि
महाशिवरात्रि के दिन, मकर राशि के लोग यदि भगवान शिव का गन्ने के रस से अभिषेक करते हैं और “शिव सहस्रनाम” का पाठ करते हैं। तो उनको अच्छा फल मिलेगा।
कुंभ राशि
इस राशि के जातकों को महाशिवरात्रि के दिन दूध, दही, चीनी, घी, शहद से शिव का अभिषेक करना चाहिए और मन ही मन ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए।
मीन राशि
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए महाशिवरात्रि के दिन मौसंबी फलों के रस से भगवान शिव का अभिषेक करें। साथ ही “ॐ भामेश्वराय नमः” मंत्र का जाप करें।
निष्कर्ष
अन्य त्योहारों की तुलना में शिवरात्रि का मतलब मौज-मस्ती करना और केवल उपवास रखना ही नहीं होता। इस दिन शिव भगवान का ध्यान करें, मंदिरों में जाएं, घर पर शिव पूजा करें और आध्यात्मिक गतिविधियों में समय बिताएं। यदि आप पूर्ण उपवास कर रहे हैं तो शिवरात्रि के दिन रात में ना सोएं।
शिवरात्रि का अर्थ है भगवान शिव की रात। शिवरात्रि हर साल हिंदू कैलेंडर के अनुसार माघ महीने की 14 तारीख को आता है। जो अमावस्या से एक दिन पहले मनाई जाती है। इसलिए हर साल कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को पड़ने वाली तिथि को ही शिवरात्रि कहा जाता है।