दीदी के लिए चुने गए लड़के से शादी करूं या नहीं?

मेरी उम्र 25 है। मेरा नाम शिया है। नौकरी करती हूं। मेरी बड़ी बहन की सगाई हुई थी, मगर अचानक वह अपने प्रेमी के साथ भाग गई। घरवाले मुझे उसी लड़के से शादी करने के लिए दबाव बना रहे है। लड़के और उसके घरवालों ने भी मुझसे शादी के लिए हां बोला है।मुझे तो यह भी पता है, की उसको कोई बुरी आदत नहीं है। लड़का अच्छा है, संपन्न खानदानी परिवार है। मैं अचानक शादी से घबरा गई हूं। क्या करूं?

मारी सलाह : दीदी के लिए चुने गए लड़के से शादी करूं या नहीं?

पूर्वज कहकर गए हैं कि किसी भी व्यक्ति का विवाह, जन्म एवं मृत्यु अपनी इच्छा से नहीं होता। यह तीनों ही विधाता की मर्जी से होती है। आपकी दीदी का रिश्ता जिस लड़के से तय हुआ था। विधाता ने उस लड़के के साथ आपके दीदी का रिश्ता नहीं जोड़ा है। इस वजह से आपके दीदी किसी और के साथ भाग चुकी हैं। यह सब कुछ विधाता की मर्जी से हुआ है।

दोनों घरवाले अपना सम्मान नहीं गंवाना चाहते

आपके घरवाले एवं लड़के के घरवाले दोनों का ही समाज में एक सम्मान है। एक वर्चस्व है। जो आपके दीदी के वजह से नष्ट होने के कगार पर खड़ा है। ऐसे में दोनों परिवार ही चाहते हैं कि आप इस शादी के लिए हां बोल दें। ताकि जो रिश्ता दो परिवारों के बीच तय हुआ था। वो रिश्ता भी बरकरार रहें और किसी को कानों कान कोई खबर भी ना हो।

आपको हां कह देना चाहिए

शादी की बात अचानक सुनकर कोई भी लड़की हैरान हो जाती है। इस वजह से आप भी हैरान हुई है और थोड़ी असमंजस में भी है। लड़का अच्छा है और बहुत मुश्किल से भाग्यशाली लोगों को एक अच्छा लड़का अपनी किस्मत में मिलता है। लड़के के परिवार वाले भी सपोर्टिव है और एक लड़की के लिए सपोर्टिव ससुराल  होना बहुत जरूरी होता है।

आपके कारण 2 परिवार का सम्मान बच सकता है

वर्तमान समय में आपको फैसला लेने में दिक्कत इसलिए हो रहा है क्योंकि बिना जान पहचान के किसी के भी साथ शादी के बंधन में बंधना। अच्छी बात नहीं होती। आपके साथ यह सब कुछ अचानक से हो रहा है। आगे जाकर क्या होगा यह आपको भी नहीं पता। लेकिन इस समय परिवार के इज्जत भी जरूरी है। यदि आप शादी के लिए हां बोलती हैं। तो दो परिवारों की इज्जत बच जाएगी। जब आप हां बोलेंगी तो देखिएगा इसका परिणाम आपको आगे जाकर दिखेगा। कारण आपको अपने ससुराल की ओर से बहुत सारा प्यार, सम्मान एवं इज्जत मिलेगा। जो शायद आपकी दीदी को भी नहीं मिलता।

सोच समझकर फैसला लिजिएगा

अच्छे रिश्ते बार-बार नहीं आते। विधाता भी शायद यही चाहते हैं कि आपका विवाह उसी लड़के के साथ हो। जिस लड़के के साथ आपके माता-पिता ने आपके दीदी का विवाह तय किया था।

आपने खुद कहा है कि लड़के का परिवार संपन्न है और लड़का भी अच्छा है। एक लड़की भी ऐसे ही घर परिवार के सपने देखती है। यहां तो आप सपने नहीं बल्कि हकीकत को जी रही है। इसलिए जो भी फैसला लीजिएगा सोच विचार कर लीजिएगा। ताकि आगे जाकर आपको कोई अफसोस ना हो।

आपकी दीदी ने एक बार भी आपके घर परिवार के बारे में नहीं सोचा। लेकिन आपको सोचने का मौका मिल रहा है। इसलिए सही समय पर सही फैसला लेने का प्रयास कीजिए।

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