जूलाई महीने में किन राशियों को मिलेगी साढ़ेसाती से मुक्ति
जूलाई महीने में शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करने से धनु राशि के ऊपर साढ़ेसाती की दशा कुछ समय के लिए खत्म हो जाएगी। दूसरी ओर तुला और मिथुन राशि के लोगों का भी शनि के ढैय्या का असर खत्म हो जाएगा। July 2022 Horoscope | जुलाई 2022 में किसके साथ क्या होनेवाला है ?
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12 जुलाई 2022 में शनि वक्री होकर फिर से मकर राशि में प्रवेश करेगा।
तुला और मिथुन राशि के लोगों को मिलेगी शनि के साढ़ेसाती से मुक्ति
कुंभ राशि में शनि के गोचर से धनु राशि से जूलाई महीने में शनि साढ़ेसाती हटेगी और तुला एवं मिथुन वालों को भी शनि की ढैया से मुक्ति मिलेगी।
मिथुन और तुला राशि पर ढैय्या अभी चल रही है। 17 जनवरी 2023 से शनि के मार्गी होने पर तुला और मिथुन राशि से पूरी तरह से ढैय्या का प्रभाव खत्म हो जाएगा। तुला राशि पर शनि की ढैय्या 24 जनवरी 2020 से चल रही है। जूलाई महीने में कुछ निश्चित समय के लिए शनि कि ढैय्या कम होगी।
धनु राशि
शनि ग्रह अगले वर्ष 29 अप्रैल 2023 को मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में आने वाला है। तब धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से राहत मिलेगी, परंतु 12 जुलाई 2022 को शनि वक्री होकर फिर से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद 17 जनवरी 2023 को धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती की दशा से पूरी तरह से मुक्ति मिल जाएगी और मिथुन राशि वालों को ढैया से मुक्ति मिलेगी। जनवरी से पहले तक धनु राशि पर शनि का मिलाजुला असर रहेगा।
मकर राशि वालों पर शनि की साढ़े साती
मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती की शुरुआत 26 जनवरी 2017 से शुरू हुई थी। जो 29 जूलाई 2022 को समाप्त होगी। शनि पिछले वर्ष से ही मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। इस राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों को बहुत ही सावधानी और सतर्कता से रहना होगा। कारण शनि का प्रकोप धन-संपत्ति, परिवार से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकता है। आपको किसी के द्वारा धोखा मिल सकता है या आपके सारे कार्य असफल भी हो सकते हैं। मतलब किये कराए पर पानी फिर सकता है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती 24 जनवरी 2020 से शुरू हुई थी। इससे मुक्ति 3 जूलाई 2022 को मिलेगी, परंतु शनि की महादशा से कुंभ राशि वालों को 23 फरवरी 2025 को शनि की साढ़ेसाती से निजात मिलेगी। हालांकि वर्तमान में आप पर गुरु की कृपा होने के कारण आपके लिए शनि देव का उतना असर नहीं होगा जितना की अन्य राशियों पर इस वक्त माना जा रहा है। आपके कर्म अच्छे हैं तो शनि आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते है।
शनि साढ़े साती के अंतिम चरण में क्या होता है?
कहा जाता है कि जब साढ़े साती समाप्त होती है तो शनि उस राशि के जातकों को कुछ देकर जाते हैं क्योंकि तब तक जातक सभी कष्टों को भोगकर अपने कर्मों का प्रायश्चित कर चुका होता है। ऐसे में शनि की अर्धशतक समाप्त होने से धनु राशि के जातकों को कुछ लाभ मिल सकता है।
साढ़े साती आपको क्या सिखाती है?
साढ़ेसाती नाम जिसका शाब्दिक अर्थ है साढ़े सात। यह साढ़े साती लोगों के जीवन में एक जीवन बदलने वाली अवधि है और इस अवधि के दौरान व्यक्ति को अपने कर्म पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।