ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को सभी ग्रहों का राजा माना गया है। सूर्य का प्रभाव यदि किसी भी राशि में पड़ता है। तो वह अन्य ग्रहों की ऊर्जा को कमज़ोर कर देता है। सूर्य का जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। तो उस स्थिति को ज्योतिष शास्त्र में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
सूर्य को प्रतिष्ठा, निर्णय लेने की क्षमता आदि का प्रतीक माना जाता है। इतना ही नहीं ज्योतिष में इसे आत्मा का ग्रह भी कहा जाता है। सूर्य संपूर्ण पृथ्वी पर ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है। सूर्य को ग्रहों में सबसे बड़ा भी माना जाता है।
फरवरी महीने में सूर्य की राशि बदलने वाली है, जिसका असर लोगों की नौकरी और घर-परिवार पर पड़ेगी
सूर्य देव मकर राशि से कुम्भ राशि में जल्द ही प्रवेश करेंगे और अगले महीने की सुबह 12:16 बजे तक यानि 14 मार्च तक वहीं रहेंगे। सूर्य देव जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। तो सूर्य की संक्रांति होती है। सूर्य के कुम्भ राशि में इस गोचर का विभिन्न राशियों के लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा और उसके लिए आपको क्या उपाय करने होंगे। आइए नजर डालते हैं।
मेष राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके एकादश भाव में होगा। जन्म कुंडली में ग्यारहवां स्थान आय और मनोकामना पूर्ति से संबंधित होता है। सूर्य का यह गोचर परिश्रम के बल पर आपकी आय में वृद्धि सुनिश्चित करेगा। आपको धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे, साथ ही आपकी कोई मनोकामना जो लंबे समय से अधूरी रह गई है, पूरी होगी। इसलिए 14 मार्च तक सूर्यदेव का शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए रात को 5 बादाम सिर पर रखकर सोएं और अगले दिन सुबह उठकर किसी मंदिर में दान कर दें।
वृषभ राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके दशम भाव में होगा। जन्म कुंडली में दसवें स्थान का संबंध करियर और पिता से होता है। सूर्य के इस गोचर से आपको करियर में लाभ मिलेगा यानि आपको अपने करियर में काफी सफलता मिलेगी, साथ ही आपके पिता को भी अपने काम में तरक्की मिलेगी। इसलिए अपने साथ-साथ अपने पिता के जीवन में भी प्रगति सुनिश्चित करने के लिए 14 मार्च तक घर से बाहर निकलते समय सिर ढ़क कर रखें।
मिथुन राशि
सूर्यदेव आपके नवम भाव में गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में नवम स्थान का संबंध आपके भाग्य से है। सूर्य देव के इस गोचर से आपको भाग्य का साथ मिलेगा। 14 मार्च तक आप जो भी काम करेंगे वह समय पर जरूर पूरा होगा, साथ ही आपको अपने काम में संतुष्टि भी मिलेगी। 14 मार्च तक भाग्य आपका साथ दें इसके लिए घर में पीतल के बर्तनों का प्रयोग करें, साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि 14 मार्च तक किसी को पीतल की कोई वस्तु ना दें।
कुंभ राशि
सूर्यदेव आपके प्रथम स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में पहला स्थान आपके शरीर, आपके प्रेम संबंध और आपके मान-सम्मान से संबंधित है। सूर्य देव के इस गोचर से 14 मार्च तक आप शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। प्रेमी-प्रेमिका के साथ संबंध प्रगाढ़ होंगे, साथ ही मान-सम्मान में वृद्धि होगी। इसके अलावा 14 मार्च तक आपके बच्चे को कोर्ट-कचहरी के कामों में सफलता मिलेगी। इसलिए 14 मार्च तक जीवन में सूर्य की इन शुभ स्थितियों को बनाए रखने के लिए आपको सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए।