मेरे पति मेरे साथ बहुत ही ज्यादा मारपीट और गाली गलौज करते है , पति बहुत मारता है। क्या उससे तलाक लेकर किसी और से शादी करू? मुझे क्या करना चाहिए
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माँ कहती है कि शादीशुदा जिंदगी में ये एक आम बात है लेकिन एक लड़की क्या करें जब उसका पति ही उसके साथ रोजाना मारपीट और गाली गलौज किया करें। हमारी शादी अरेन्जड मैरेज हुई थी और हमारे दो बच्चे भी है। मैं जॉइंट फैमिली में अपने सास ससुर और देवर के साथ रहती हूं। शुरुआत में सब कुछ अच्छा चल रहा था लेकिन धीरे धीरे सब कुछ बदलने लगा। मेरी सास और देवर मिलकर अक्सर मेरे पति को छोटी छोटी बातों के ऊपर भड़काया करते है जिसके कारण मेरे पति मेरे साथ मारपीट और गाली गलौज किया करते है। शुरू शुरू में मुझे लगा कि वक्त के साथ सब कुछ ठीक हो जाएगा लेकिन हुआ इसका ठीक उल्टा ।
पति बहुत मारता है।
अब तो मेरे साथ मारपीट व गाली गलौज होना एक आम बात सी हो गई है। हर छोटी बड़ी बात पर मेरे ससुराल वाले मेरे पति के सामने शिकायत कर देते है, हर बात पर मेरी गलती निकालते है जिसके बाद मेरे पति बड़ी ही बेरहमी से मुझे मारने पीटने लग जाते है। इस माहौल का मेरे बच्चों पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है । मैंने कई बार अपनी माँ से इस बात की शिकायत की और कहा कि वो मुझे अपने पास बुला लें लेकिन मां हमेशा यही कहती है कि शादीशुदा जीवन में यूँ पति पत्नी के बीच झगड़े और मारपीट होना तो स्वाभाविक सी बात है इसलिए मैं चाहकर भी अपने मायके नही जा सकती हूँ । अपनी पारिवारिक मजबूरियों के कारण मुझे यूँ ही सब कुछ सहना पड़ रहा है। , बताये मुझे क्या करना चाहिए जिससे कि सब कुछ ठीक हो जाये ?
एक्सपर्ट की सलाह : पति बहुत मारता है। क्या ऊससे तलाक लेकर किसी और से शादी करू?
पारिवारिक जीवन में थोड़ी बहुत लड़ाई झगड़े तो हर पति पत्नी के बीच होते ही है । अक्सर देखा जाता है कि जब शादीशुदा जोड़े के बीच किसी बात को लेकर विवाद होता है तो पति और पत्नी दोनों ही एक दूसरे के साथ गाली गलौज करते पाए जाते है । इस स्थिति में आप ये कह सकते है कि गुस्से में ये सब कुछ हो जाता है लेकिन अगर आपके साथ इसका उल्टा हो रहा है और मारपीट , गाली गलौज जैसी चीजें आपके साथ आम बात हो गई है तो यही सही समय है कि आपको इसका विरोध करना चाहिए।
पर्याय 1
अब जमाना बदल चुका है , महिलाओं के लिए बहुत सारे रास्ते खुल चुके है जहां वो अपने साथ हुई हिंसा के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा सकती है। अगर आप अपने एरिया के महिला थाना या महिला आयोग में अपने ससुराल वालों और पति के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाएगी तो उन्हें उनके किये का दंड भी मिलेगा। पुलिस के डर से अच्छे अच्छे लोग सुधर जाते है, हो सकता है कि इससे आपके पति और ससुरवालों को अपनी गलती का एहसास हो जाये और वे सुधर जाएं।
पर्याय 2
जिस माहौल में आप जिंदगी बिता रही है , उस स्थिति में आपके बच्चों पर इसका बहुत गलत प्रभाव पड़ेगा इसलिए ये बहुत ही जरूरी है कि आप सबसे पहले तो उस घर से निकलें । अगर आपके माता पिता आत्मनिर्भर है तो आप कुछ दिन के लिए उनके पास जा सकती है । ऐसे हालात में ये बहुत ही जरूरी हो जाता है कि आप अपने पति को आत्ममंथन करने का अवसर दें । आपके बच्चों में आपके पति की भी तो जान बसती होगी न । कुछ दिन दूर रहने के बाद जरूर आपके पति के मन में बच्चों से मिलने की चाह जागेगी ऐसे में जब वो बच्चों से मिलने आये तो आपके परिवार वालों को उन्हें समझाना चाहिए।
पर्याय 3
कई बार गलतफहमी के कारण भी विवाहित जीवन में झगड़े और मारपीट जैसे हालात हो जाते है। हो सकता है कि ऐसा करने से आपके पति को उनकी गलती समझ आ जाये और वे दूसरों की बातों पर आकर मारपीट करना बंद कर दें। अगर फिर भी हालात न सुधरे तो फिर आपको कानून का सहारा लेना चाहिए और महिला आयोग में जाकर अपने साथ हो रहे हिंसा की शिकायत दर्ज करवानी चाहिए ताकि दोषियों को दंड मिल सके। ऐसे बहुत सारी महिलाएं है जिन्होंने अपने साथ हो रही हिंसा के खिलाफ पुलिस कंप्लेंट करवाई है और अंततः वे रास्ते पर आ गए इसलिए आपको भी थोड़ी हिम्मत करनी चाहिए और अपने पति , ससुरालवालों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवानी चाहिए।