विधवा हूं, एक बेटी की जिम्मेदारी मुझ पर हैं। एक रिश्तेदार मुझ से शादी करना चाहता है। बेटी की जिम्मेदारी लेने को भी तैयार है। मगर घरवालों को वह पसंद नहीं क्या करू?
इस दुनिया की हमेशा से यही रीत रही है कि जब भी आप कोई अच्छा कार्य करेंगे। तो दुनिया को उस से जलन होगी। यदि कोई व्यक्ति कोई कार्य ना करें तो भी इस दुनिया के लोगों को उससे तकलीफ पहुंचती है। आखिर लोग करें तो क्या करें।
ऐसे समय में कुछ और नहीं बल्कि वही करना चाहिए जो वह खुद करना चाहते हैं। अपने लिए अपने घर परिवार के लिए। हमारी ओर से भी आपको यही सलाह है कि आप वही कीजिए जो आपका दिल कहता है।
रिश्तेदार, पड़ोसी, समाज कभी भी इनको अपने आप पर हावी मत होने दीजिए। ना ही इनकी बात को ज्यादा सुनिए और ना ही इनके बातों पर ज्यादा गौर कीजिए। हां उनका काम है बोलना। बोलने दीजिए लेकिन आपको अपना अच्छा एवं बुरा सोचकर ही जिंदगी में आगे बढ़ना है क्योंकि यह जिंदगी आपकी है। आपके पड़ोसी या रिश्तेदार की नहीं।
यदि आपको लड़का पसंद है तो हां बोल दिजिए
आपके सगे संबंधी को इसलिए आप से तकलीफ हो रही है क्योंकि आपको आपके ही रिश्तेदारों की तरफ से अच्छे रिश्ते मिल रहे हैं। हो सकता है इस वजह से उन्हें जलन हो रही हो या फिर यह भी हो सकता है कि लोगों को यह लग रहा है कि आप उस लड़के को अपनी ओर आकर्षित कर रही है या फिर यह भी वह सोच सकते हैं कि एक विधवा को अच्छा लड़का कैसे मिल सकता है। जबकि कई कुंवारी लड़कियां हैं जिनकी शादी होनी बाकी हैं और आपकी शादी तो हो चुकी है। तो फिर आपको शादी करने की क्या जरूरत है।
आपके रिश्तेदार केवल आपके बारे में ही सोचते हैं। आपके बच्ची के बारे में नहीं। आप अपनी बच्ची की जिम्मेदारी ले रही हैं। आपकी बच्ची का भला बुरा आप बहुत अच्छे से जानती होंगी। यदि कोई व्यक्ति सामने से आकर आपकी मदद करना चाहता है। आपके साथ-साथ आपकी बेटी को भी अपनाना चाहता है।
तो इसमें गलत क्या है। इस तरह से आपको भी एक जीवनसाथी मिलेगा। आपकी बेटी को भी एक पिता का प्यार मिलेगा। एक सपोर्ट मिलेगा।
बच्चे को मां बाप दोनों की जरूरत पड़ती है
आपके लिए जिन का रिश्ता आया है। यदि वह आपको पसंद है। तो ही आप शादी के लिए हां बोलिए गा और यदि आप शादी अपने बच्चे के लिए करना चाहती हैं। तो भी आप शादी सकती हैं। अपनी बच्ची की खुशी के लिए। हर बच्चे को अपने माता-पिता की जरूरत होती है। एक मां के रूप में आप निसंदेह अपनी बेटी का ख्याल रख रही होंगी। लेकिन कहीं ना कहीं उस बच्चे को अपने पिता की कमी अवश्य खल रही होगी। ऐसे में यदि आप शादी कर लेती हैं। तो आपकी बेटी को माता-पिता दोनों का ही प्यार मिलेगा और उसकी जिंदगी और भी अच्छी हो सकती है।
रिश्तेदारों की बातों पर बिल्कुल भी गौर ना करें
आपके रिश्तेदार सिर्फ इसलिए आपसे जल रहे है क्योंकि आप एक विधवा है और आप दूसरी शादी करने जा रही हैं। इसलिए वह आपसे जल रहे हैं। तो उन्हें जलने दीजिए। कृष्ण भगवान भी यही करते थे जो उनसे जितना चलता था। वह उनको और जलाते थे। इसलिए आप भी उनकी ही नीति का पालन कीजिए और जिंदगी में आगे बढ़िए क्योंकि जिंदगी में एक समय ऐसा आएगा जब आप खुद भी अकेली रहेगी और तब आपको एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत पड़ेगी। जो आपका साथ निभाएगा। जो आपकी बातों को सुनेगा और वह व्यक्ति पति के अतिरिक्त कोई और नहीं हो सकता। इसलिए आपको यह शादी जरूर करना चाहिए।
आज के समय में कोई किसी की जिम्मेदारी नहीं लेता और यहां तो खुद एक व्यक्ति सामने चलकर आपके समक्ष आ रहे हैं। आप के साथ-साथ आप की बेटी की जिम्मेदारी भी लेना चाह रहे है। तो इसमें गलत ही क्या है। आपको भी थोड़ा सहारा मिल जाएगा अपने बेटी की जिंदगी को सवारने में और आपकी बेटी का भविष्य भी अच्छा हो जाएगा।
अपनी बेटी की खुशियों के लिए शादी जरूर कीजिए
आप एक मां है और एक मां हमेशा अपने बच्चे की खुशी चाहती हैं। आप भी अपने बच्चे की खुशी चाहती होंगी। उसे एक अच्छा उज्जवल भविष्य देना चाहती होंगी। लेकिन कहीं ना कहीं आप उसे व खुशियां देने में असमर्थ भी होते होंगी। ऐसा हो सकता है और यदि ऐसा है तो आपको उस व्यक्ति से शादी जरूर कर लेना चाहिए। जो व्यक्ति आपको साथ देने के साथ-साथ आपकी बेटी की भी जिम्मेदारी को लेना चाहता है। आज के समय में कोई बच्चे के साथ किसी औरत से शादी नहीं करता और यदि कोई करता है तो समझ जाइएगा कि वह व्यक्ति सच्चा से। वह इस दुनिया का सबसे अच्छा इंसान होगा और आप खुश नसीब है कि आपके जीवन में कोई ऐसा व्यक्ति आना चाहता है।