दोस्तों, वास्तु शास्त्र में पूजा घर के लिए कई प्रकार के नियमों को बताया गया है जिसका पालन करने से आपके घर में सुख और शांति आती है लेकिन अगर आप इन नियमों के विपरीत कुछ कार्य करते है तो आपको आर्थिक , मानसिक या शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है इसलिए आपके लिए हम आज का यह आर्टिकल लाये है जिसमें हम आपको पूजा घर के नियम के बारे में बताने वाले है जिसका पालन करने से आपके घर में सुख और समृद्धि आती है।
पूजा घर के नियम
पूजा घर को देवी देवताओं का स्थान माना जाता है इसलिए हमेशा अपने पूजा घर से जुड़े वास्तु नियमों का पालन करना चाहिए ताकि आपके घर में खुशहाली बनी रहे। कई बार जाने अनजाने में हमलोग पूजा घर से जुड़े नियमों की अनदेखी कर जाते है जिसका दुष्प्रभाव हमारे परिवार पर पड़ने लग जाता है इसलिए यह बहुत ही आवश्यक है कि हमें पता हो पूजा घर के नियम के बारे में :-
1. मूर्तियों को वस्त्र जरूर पहनाएं
यह बहुत ही जरूरी है कि आप अपने पूजा घर में रखे हुए सभी मूर्तियों को वस्त्र जरूर से पहनाएं जैसे अगर आपके पूजा घर में माता रानी की मूर्ति या तस्वीर है तो उन्हें चुनरी जरूर पहनाएं । इसके अलावा अगर किसी देवता की मूर्ति या फ़ोटो है तो वस्त्र स्वरूप एक कपड़ा उन्हें जरूर पहनाएं । जैसे अलग अलग देवी देवताओं को अलग रंग के वस्त्र पसंद होते है तो आप उनके पसंद अनुसार वस्त्र भी पहना सकते है। हनुमान जी को पीला रंग प्रिय होता है अतः उन्हें पीले रंग का वस्त्र पहनाएं । इस प्रकार अपने मंदिर के हर देवी देवताओं को वस्त्र अर्पण अवश्य करें।
2. आसन में बैठकर ही पूजा करें
कई बार अज्ञानतावश हमलोग पूजा करते वक़्त सीधे नीचे ही बैठ जाते है । ऐसा कभी नही करना चाहिए। जब भी पूजा करने बैठते है तो आसन का उपयोग जरूर से करें । वास्तु नियमों के अनुसार, व्यक्ति को हमेशा आसन पर बैठकर ही पूजा करनी चाहिए फिर चाहे वो आसन ऊँन का बना हो या कपड़े का । इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि जैसे ही आपकी पूजा खत्म हो गई हो उस आसन को मोड़कर रख दें। कभी भी पूजा करने के उपरांत आसनी को वैसे ही नही छोड़ देना चाहिए। माना जाता है कि आसन में बैठकर पूजा करना शुभदायी होता है इसलिए पूजा करते समय आसन पर ही बैठे।
3. ईशान कोने में ही बनाये पूजा घर
पूजा घर बनाते समय आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि आपका मंदिर ईशान कोने में ही हो क्योंकि पूजा घर या मंदिर के लिए ईशान कोने को शुभ माना गया है। अगर ईशान कोने में ही आपके पूजा घर में खिड़की भी मौजूद है तो ये बहुत ही लाभकारी होता है । ऐसे पूजा घर में प्रवेश करने से आप ऊर्जावान और सकारात्मक महसूस करते है।
4. सूखे फूल या बांसी जल अपने पूजा घर में न रखें
अगर आपके पूजा घर में कई दिनों के भगवान को चढ़ाए फूल रखे हुए है या फिर आप कई कई दिनों तक भगवान को फूल चढ़ाकर छोड़ देते है तो ऐसा करना आपके लिए अशुभ साबित हो सकता है। अपने पूजा घर को हमेशा साफ सुथरा रखें और प्रत्येक दिन पूजा घर से बांसी फूलों को जल में प्रवाहित कर दें।
5. महावारी के समय स्त्रियों को पूजा घर में नही प्रवेश करना चाहिए
जैसा कि हम सभी जानते है कि हिन्दू धर्म में महिलाओं को महावारी के दौरान अशुद्ध माना जाता है इसलिए इस दिनों घर की स्त्रियों को पूजा घर मे प्रवेश कभी नही करना चाहिए।