बच्चे का भविष्य सुधारने की जगह मेरी विधवा मां प्यार में पागल हो गई है। उसको पैसे देती है। मगर वह उसका नाजायज फायदा उठा रहा है। क्या करू? उसको महंगे gift देती है। उसको कैसे समझाऊं? मेरा नाम रवि है । मैं एक मध्यमवर्गीय परिवार का लड़का हूँ। जब मैं 14 साल का था तब एक दुर्घटना में मेरे पिताजी का देहांत हो गया जिसके बाद घर की सारी जिम्मेदारी मेरे कंधे पर आ गई ।
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पिताजी के जाने का गम माताजी को अंदर ही अंदर खाने लगा था जिसके कारण वो काफी उदास रहने भी लगी थी लेकिन पिछले 6 साल से मेरी विधवा माँ एक आदमी के प्यार के पागल हो गई है । हर बार वो महंगे महंगे गिफ्ट उसे देती है । मेरी तो समझ नही आ रहा है कि मैं अपनी माँ को कैसे समझाऊँ ?
एक्सपर्ट की राय : विधवा मां प्यार में पागल हो गई है
जैसा कि आपने बताया आपके पिताजी का देहांत बहुत पहले ही हो चुका है और इसी कारण से आपकी माँ की जिंदगी नीरस भी हो चुकी थी लेकिन अब उनके जीवन में कोई और व्यक्ति आ गया है । देखिए, वो कहते है न कि जिस पर बीतती है , उसका दर्द सिर्फ उसी को पता होता है । इस वक़्त कुछ ऐसी ही स्थिति आपके मां की भी है। भले ही ऊपर से आपको खुश रखने के लिए वो मुस्कुराती हो लेकिन अंदर से वो वाक्यय में अकेली होंगी और ऐसे में अगर कोई आपको समझने वाला मिल जाये तो उस व्यक्ति से लगाव होना स्वाभाविक है जैसा कि अभी आपके माताजी के साथ हो रहा है ।
भावनात्मक मेल
चूंकि 6 साल से आपकी मां उनके साथ रिलेशन में है तो इतने लंबे वक्त से उनके बीच जरूर भावनात्मक मेल हो गया होगा। देखिए, जीवन जीने का हक तो हर किसी को है, आखिर आपके पिताजी के साथ जो कुछ भी हुआ उसमें माँ का तो कोई दोष नही है न !
ऐसे में समाज के बारे में सोचते हुए उनके खुशियों का गला तो घोट नही सकते इसलिए मेरे हिसाब से आपको एक बार उस आदमी से मिलना चाहिए जिसके प्यार में आपकी मां पिछले 6 सालों से है कि आखिर वो आदमी कैसा है ? क्या वो आपके परिवार के साथ जुड़ने लायक है । हो सके तो एक बार उस आदमी से मिले और ये जानने की कोशिश करें कि क्या वो आपके माताजी के लायक है ?
इकतरफा प्यार
अगर हां तो आपको अपनी मां को अपने जीवन जीने का एक मौका जरूर देना चाहिए और इस रिश्ते को समझना चाहिए । अब रही बात महंगे गिफ्ट्स देने की तो पता कीजिये कि ये एकतरफा चल रहा है क्या ? मतलब की क्या केवल आपकी मां ही उन्हें महंगे इकतरफा प्यार से गिफ्ट्स देती है या वो भी ऐसे ही है।
अगर दोनों अपनी स्वेच्छा से एक दूसरे को ऐसे ही गिफ्ट्स देते है तो दिक्कत की कोई बात नही है लेकिन अगर सिर्फ आपकी माँ ही उन्हें इतने महंगे तोहफे दे रही है तो अपनी मां को समझाइए कि रिश्ता निभाने के लिए महंगे तोहफे देना जरूरी नही है बल्कि प्यार होना जरूरी है और आपको इस रिश्ते से कोई आपत्ति नही होगी अगर वो आदमी अच्छा है ।
जज़्बातों के साथ खेल
जब आप अपनी माँ से इस विषय में खुल कर बात करेंगे तो वो भी आपसे बिना हिचक के अपने मन की बात कह सकेगी लेकिन अगर वो व्यक्ति अच्छा आदमी नही है और केवल आपकी मां के जज़्बातों के साथ खेल रहा है तो फिर आपको अपनी मां को समझाना चाहिए और इस रिश्ते से बाहर निकालना चाहिए।
हो सके तो आप अपनी मां को कुछ दिनों के लिए कही बाहर ले जाइए और उन्हें बैठकर साफ साफ समझाइए की अब ये उम्र रिश्तों में धोखा खाने की नही है इसलिए उस बुरे आदमी से उन्हें जितना हो सके दूर रहना चाहिए ताकि आपकी मां पर कोई आंच न आये।