अमृत नहीं जहर है मटके का पानी स्वास्थ के लिए बहुत ही लाभकारी होता है|
इसे देसी फ्रिज/ गरीबों का फ्रिज भी कहा जाता है| धूप में ये पानी पीने का मजा ही कुछ और है
कई लोग तो इसके अनगिनत फायदों की वजह से इसे अमृत भी कहते है|
पर इन सबके बावजूद कई ऐसी बिमारिया है जिसमे मटके का पानी सेहत के लिए हानी पहुंचा सकता है|
इन सब से बचने के लिये बस निचे दिए बातोंका ख्याल रखिये और मटके के पानी का आनंद उठा लीजिये।
ये नहीं जानते तो अमृत नहीं जहर है मटके का पानी
मटके का पानी कब ना पिए? Do not drink water of clay pot if…
- अस्थमा के शिकार लोगोंको मटके के पानी का प्रयोग नहीं करना चाहिए
- मटके के पानी की तासीर ठंडी होने के कारन खांसी बढ़ सकती है|
- पसलियों में दर्द, पेट में अफरा बनने की स्थिति, जुकाम, शुरुवाती बुखार के लक्षण जैसी
- समस्या होने पर मटके का पानी ना पिए|
- तले हुए खाद्यपदार्थों को खाने के बाद मटके का पानी ना पिए|
कुछ जरुरी बाते: Important Things
- मटके का पानी हररोज बदलना जरुरी है|
- मटके को कैसे साफ करना चाहिए? how to clean clay pot for drinking water
मटके को साफ करने के लिए घिसना नहीं चाहिए| यहाँ तक की अपने हाथ से भी ना घिसे|
इससे मटके के बारीक़ छिद्र बंद हो जायेंगे| और पानी ठंडा नहीं होगा|
आशा है आपको “अमृत नहीं जहर है मटके का पाणी Do not drink water of clay pot if…“ यह जानकारी पसंद आई होगी|
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शायद कोई महंगी फीस की वजह से इलाज ना करा पा रहा हो और इस तकलीफ से जूझ रहा हो|
तो यह जानकारी उसे बहुत काम आ जायेगी और वह आपका एहसान जरुर मानेगा|