आयुर्वेदजड़ी बूटीमहिला स्वास्थरोग एवं निदान

पतिको मिर्गीकी बीमारी है । पहले मुझे पता नहीं था । Insurance Agent शुभांगी

पतिको मिर्गीकी बीमारी है मै Insurance Agent शुभांगी हु। मेरी उम्र 30 है

मै एक बेटे की माँ हु। Insurance Agency की आमदनी से ही घर चलता है।

पतिको मिर्गीकी बीमारी है । अचानक वो गिर जाते है, और मुह से झाग आने लगता है।

शादी से पहले मुझे ये बात पता नहीं थी। मैंने डॉक्टर को दिखाया

मगर डॉक्टर बोले की इसका पर्मानंत इलाज नहीं है। पतिको मिर्गीकी बीमारी है

क्या कोई आयुर्वेदिक इलाज संभव है ? मै बहुत परेशान हु। मेरी मदद करो प्लीज

हमारी सलाह

आपकी समस्या बहुत गंभीर है। मगर चिंता ना करें मिर्गी का इलाज आयुर्वेद में संभव है।

ये बात अच्छी है की आप Insurance सेक्टर में काम करती है, आर्थिक रूप से स्वतंत्र है।

ज्यादातर शारीरिक/ मानसिक रूप से कमजोर, ज्यादा शराब पीना, अत्याधिक शारीरिक कष्ट,

सिर में चोट आदी मिर्गी के मुख्य कारण है।

मिर्गी के लक्षण (epilepsy symptoms)

मिर्गी रोग में अचानक दौरा पड़कर रोगी गिर जाता है| हाथ, गर्दन अकड़ जाती है, पलकें एक जगह रूकती हैं| शरीर में कपकपी होती है| रोगी हाथ पैर पटकता है|  जीभ के अकडने की वजह से रोगी बोल नहीं पाता| मुँह से पीला झाग निकलता है| दात किटकिटाते है|

सभी तरफ काला अंधेरा ही दिखाई देता है, या सभी चीजें सफेद दिखाई देती हैं| यह दौरा १० मिनट से लेकर १-२ घण्टे तक के भी आता हैं| पुनः जब रोगी होश में आता है तब बहुत थका हुआ होता है और वो सो जाता है|

इस तरह के लक्षण सामान्य रूप से देखने को मिलते है|

मिर्गी के कारगर इलाज (epilepsy treatment in ayurveda)

  • दौरा पदी हुई व्यक्ति को दांयी करवट लिटायें, ताकि मुँह से सभी झाग आसानी से निकल जायें|
  • दौरा पड़ने के वक्त रोगी को कुछ भी ना खिलायें|
  • दौरे के वक्त अमोनिया / चुने की गंध सुंघाये| जिससे रोगी की बेहोशी दूर हो जाये|
  • २० ग्राम शंख पुष्पी का रस, २ ग्राम कुटका चूर्ण और शहद मिलाकर चाटें|
  • नीम की कोमल पत्तियां, अजवायन, काला नमक सबको पानी में पीसकर पेस्ट बनाकर सेवन करले|
  • रोगी के नाक में शरीफा के पत्तों के रस की कुछ बूंदे डाले| इससे जल्दी होश आ जाता है|
  • नींबू के रस में हींग मिलाकर चटाये
  • बकरी के दूध में आक की जड़ का पाउडर घोलकर सुंघायें|
  • कपूर में तुलसी के ४-५ पत्ते कुचलकर सुंघाये|
  • प्याज के रस को पानी में घोलकर पिलाये|
  • दूध में मेहंदी के पत्तों का रस मिलाकर पिलाये|

निवेदन:

  • आशा है आपको मिर्गी के कारण, लक्षण और कारगर इलाज की यह जानकारी पसंद आई होगी|
  • इस पोस्ट को अपने सोशल मीडिया पर जरुर शेअर करे ताकि दूसरों को भी इसका फायदा हो सके|
  • शायद कोई और इस तकलीफ से जूझ रहा हो| तो यह जानकारी उसे बहुत काम आ जायेगी और वह आपका एहसान जरुर मानेगा|

Next ad

Related Articles

Back to top button