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सास-बहु झगड़ेका इलाज

प्यारी बहु और चुड़ैल सास

सास-बहु झगड़ेका इलाज

प्रियांका  की शादी हो गई , उसकी सास पुराने विचारों की थी और बहू प्रियंका आधुनिक विचारों की थी।

प्रियंका की कोई भी बात उसकी सांस को अच्छी नहीं लगती थी , बात बात पर गाली गलोच करती थी

प्रियांका और उसकी सास रोज बहस करने लगीं। कुछ ही दिनों में प्रियांका को एहसास होने लगा कि

उसे सास का साथ नहीं मिलता ।

.. दिन बीतते गए, महीने बीतते गए, और साल बीतते गए। सास ने गलतियाँ करना नहीं छोड़ा,

तो ग़ुस्से में उल्टी बात करना , हर शब्द का उल्टा जवाब देना प्रियांका ने नहीं छोड़ा। बेचारी करती भी क्या ?

घर के हालात, तनाव का माहौल और भी तनावपूर्ण हो गया। प्रियांका अब अपनी सास से नफरत करने लगी थी

अब प्रियांका कुछ भी करके अपनी सास के झगड़े से छुटकारा पाने के बारे में सोचने लगी।

सास-बहु झगड़ेका इलाज

एक दिन जब प्रियांका  अपनी सास के साथ गर्मजोशी से बहस करने लगी और पति ने माँ की तरफ से

बोलना शुरू किया, तो प्रियांका को और ज्यादा गुस्सा आने लगा। और ठान ली सास को मारना है

प्रियांका  के पिता एक आयुर्वेदिक डॉक्टर थे। उसने रोते हुए अपने पिता को अपने दर्द के बारे में बताया

कहा की,”आप मुझे कुछ जहर दे दीजिए। मैं बूढ़ीया को मार डालूँगी या खुद जहर खाकर जान दे दूँगी।

मैं अपने ससुराल वापस नहीं जाऊंगी।” लड़की का दुःख देखकर पिता ने उसके सिर पर प्यार से

हाथ फेरा और कहा, “बेटी , अगर तुम अपनी सास को जहरीली दवा खिलाओगी,

तो हम दोनों को पुलिस पकड़ लेगी और इसलिए ऐसा करना सही नहीं होगा। “

लेकिन प्रियांका  ने चिल्लाते हुए कहा, “मुझे तुम्हें वह दवा देनी है। मैं उसका चेहरा नहीं देखना चाहती “

पिता ने कुछ देर सोचा और कहा – “ठीक है। अगर इतना ही तुम चाहती हो तो वैसा ही सही,

मै तुम्हें जहर दे दूंगा। लेकिन मैं तुम्हें कैद भी नहीं देख सकता। इसलिए आपको

मेरे कहे अनुसार करना होगा। मंजूर है तो बोलो । ”      

प्रियांका  ने पूछा, “क्या करना है ?”

बाप बेटी की साजिश

पिता ने एक पाउडर में जहरीली दवाई का पाउडर बाँधा और प्रियांका  को दिया और कहा,

“हर दिन इस पाउडर की एक चुटकी अपनी सास के भोजन में शामिल करना ।

दवा की कम खुराक के कारण, वे अचानक नहीं मरेंगी , लेकिन धीरे-धीरे कमजोर हो जाएंगी

और पांच-छह महीनों में मर जाएंगी। इससे लोगों को लगेगा की वह स्वाभाविक रूप से मर गई । “

पिता ने कहा, “लेकिन आपको बहुत सावधान रहना होगा ताकि पड़ोसी या पति को कोई शक न हो,

अन्यथा पुलिस हम दोनों को गिरफ्तार करेगी।”

अब तुम अपनी सास के साथ झगड़ा बिल्कुल नहीं करोगी , बल्कि उसकी सेवा करोगी यदि

सास कुछ कहती है, तुम्हारे ऊपर गुस्सा करती है तो भी उल्टा जवाब नहीं दोगी

मुझे बताओ, क्या तुम यह सब कर सकती हो? प्रियांका  को लगा कि यह 5-6 महीने की बात है।

इसलिए वह राजी हो गई । प्रियांका ने दवा पाउडर ली । और वापस पति के घर आ गई ।

बहु का नाटक

अगले दिन से, उसने अपनी सास के भोजन में एक चुटकी दवा डालना शुरू कर दिया।

उसने अपनी सास के प्रति अपना रवैया बदल दिया। अब वो अपनी सास के किसी भी बुरी बात या

गाली का जवाब नहीं दे रही थी। हालांकि, उसने क्रोध को निगल लिया और हर बात मान ली ।

रोज रोज अपनी सास के पैर पकड़ती और उनकी हर जरूरत पर ध्यान देने लगती। 

 उसने सास से पूछकर उसका पसंदीदा खाना बनाना शुरू कर दिया। हर आज्ञा का पालन किया। 

कुछ हफ्ते ऐसे ही बीत गए।अगले महीने तक सास के स्वभाव में भी परिवर्तन आने लगा था।

क्योंकी उसकी किसी भी गाली गलोच का उल्टा जवाब एक बार भी नहीं मिला था

इसलिए उसकी व्यंग्यता में भी कमी आई और कभी-कभी वह बहु की सेवा से प्रसन्न हो जाती थी

और आशीर्वाद देने लगती थी। धीरे-धीरे चार महीने बीत गए। प्रियांका  नियमित रूप से अपनी सास को

भोजन में से एक चुटकी जहर दे रही थी। लेकिन अब उस घर में माहौल बदल गया था। 

सास में परिवर्तन

सास का झगड़ा पुरानी बात थी। पहले उसकी सास प्रियांका  को कोसती नहीं थक रही थी,

लेकिन अब वह अपने पड़ोसियों से प्रियांका  की तारीफ़ कर रही थी। सुनील उसके पास बैठा था

और उसे खाना खिला रहा था और बिस्तर पर जाने से पहले, वह प्रियंका के साथ प्यार से

बातें किए बिना सो नहीं जाता था । प्रियंका की हर बात सुनील दिल से मानता था

छठे महीने के करीब आते ही प्रियांका  को लगने लगा कि उसकी सास उसे बेटी की तरह मान रही है ।

वह अपनी सास में अपनी माँ का प्यार देख सकती थी। 

जब उसे लगा कि उसने जो जहर दिया है, वह कुछ ही दिनों में उसकी सास को मार देगा,

इस विचार से तो वह बेचैन हो गई। ऐसी मनःस्थिति में, एक दिन वह अपनी मायके वापस आई

और अपने पिता से बोली, “पिताजी, मुझे उस जहर के प्रभाव को नष्ट करने के लिए दवा दें,

क्योंकि मैं अपनी सास को नहीं मारना चाहती । वह बहुत अच्छी है और मैं उसे अब एक

माँ की तरह प्यार करती हूँ। ” पिता ने ज़ोर से हँसते हुए कहा, “ज़हर? क्या ज़हर? मैंने तुम्हें ज़हरीली

दवाई के नाम पर ‘पाचक चूर्ण’ दिया था ……”सास-बहु झगड़ेका इलाज

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