मैं खाना बना रही थी उसने मुझे पीछे से आकर पकड़ लिया

मैं खाना बना रही थी , उसने मुझे पीछे से आकर पकड़ लिया 

ये एक 30 वर्षीय लड़की स्नेहा की कहानी है जिसकी शादी एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुई थी । दो बच्चे , सास – ससुर और एक ननद के साथ स्नेहा अपनी जिंदगी में खुशियां ढूंढ रही थी। ऊपर से हंसती खेलती अपने परिवार में खुश दिखने वाली स्नेहा के दिल में कई भावनाएं चल रही थी। दरअसल स्नेहा की शादी अरेंज्ड मैरेज हुई थी । इतनी जल्दी वो शादी करना भी नही चाहती थी लेकिन परिवार वालों ने ये कहकर उसे मना लिया कि ऐसे रिश्ते बार बार नही आते। ऑफिस के काम के सिलसिले में अक्सर स्नेहा के पति बाहर ही रहा करते थे और एक हफ्ते के अंतराल में आया करते थे।  my jivansathi personal problem

वापस आने पर भी उनका आधा समय सोने में तो कभी ऑफिस के काम में ही बीत जाया करता था। ऐसे में स्नेहा को मौका ही नही मिल पाता कि वो अपने पति के साथ प्यार के दो पल बिता पाये । इसके साथ ही स्नेहा के पति अपने शादी शुदा जीवन को समय ही नही देते थे और न ही स्नेहा में कुछ खास दिलचस्पी ही लिया करते थे। फिर भी अपने बच्चों और परिवार में खुशियां ढूंढती स्नेहा अपने विवाहित जीवन को खुशियों से भरने में कोई कमी नही छोड़ती थी।  

ऐसे शुरू हुआ हमारा रिश्ता

ऊपर से खुश दिखने वाली स्नेहा अंदर से एक भारी अकेलेपन का सामना कर रही थी। इसी बीच कुछ ऐसा हुआ जिसकी स्नेहा ने कल्पना भी नही की थी। स्नेहा के ही चाची सास का लड़का , कलकत्ता से उनके घर घूमने आया था जो रिश्ते में स्नेहा का देवर लगता था। वो देखने मे बहुत ही आकर्षक था जिसे देख किसी का मन मोहित हो जाये। वो अक्सर स्नेहा के स्वभाव और खाने की तारीफें किया करता था जिससे ये साफ साफ समझ आता था कि वो उसे पसंद करने लगा था और इस रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहता था। 

जब पहली बार बने हमारे बीच रिश्ते

उस दिन घर पर कोई भी नही था। स्नेहा किचन में खीर बना रही थी तभी उसने पीछे से आकर स्नेहा को कसकर पकड़ लिया और ऐसे में स्नेहा भी खुद को रोक नही पाई । देखते ही देखते दोनों एक अनचाहे रिश्ते में बंध गये लेकिन क्या इस रिश्ते को आगे बढ़ा पाएगी स्नेहा , उसे अब क्या करना चाहिए ? 

एक्सपर्ट की राय

जब इंसान मानसिक रूप से अकेला होता है तो ऐसे में उसे किसी ऐसे रिश्ते की तलाश होती है जिसके साथ वो अपने सुख दुख को बांट सके । ऐसे में किसी के साथ स्नेहा का इतना करीब आ जाना कोई आश्चर्य वाली बात नही है लेकिन ये बात भी उतनी ही सच है कि ऐसे रिश्ते का कोई अंजाम नही होता है क्योंकि इन हालातों में एक विवाहिता स्त्री के लिए बहुत ही मुश्किल हो जाता है अपने घर बार को छोड़कर, किसी अनचाहे रिश्ते के साथ आगे बढ़ पाना। ऐसे में आपको एक बार हुई गलती को भूल जाना चाहिए और अपने पति के साथ संबंधों को ठीक करने पर ही विचार करना चाहिए क्योंकि यही आपका वास्तविक जीवन है।

अपने जीवन में खुशी तलाशना कोई गलत बात नही है 

अगर आप अपने शादी शुदा जीवन से खुश नही है तो ऐसे में अगर किसी व्यक्ति विशेष से आप खुश है या उसके साथ समय बिताने से आपको खुशी और प्यार मिलता है तो इसमें कोई गलत बात नही है क्योंकि हर किसी को अपने जीवन में खुश रहने का अधिकार है। अगर आपका पति अपने पत्नी या वैवाहिक जीवन पर ध्यान नही दे रहा है तो इसमें आपकी कोई गलती नही है । आप तो अपने परिवार की खुशी के लिए सब कुछ कर ही रही है ।

आपको भी अपनी जिंदगी खुशी से बिताने का हक है और अगर आपकी ये इच्छा किसी और से पूरी होती है तो इसमें बुराई ही क्या है ? न जाने ऐसे कितने मर्द है जो कि घर पर अपनी पत्नी को समय नही देते लेकिन बाहर उनके कई महिलाओं के साथ रिश्ते होते है लेकिन समाज उसे गलत नही मानता तो फिर महिलाओं के लिए क्यों ? हां , एक बात का आपको ध्यान रखना है कि इस बात को सबसे छिपाकर ही रखे वरना आपके लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है।   

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