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वैलेंटाइन डे से जुड़ी कुछ खास बातें

वैलेंटाइन का नाम सुनते ही सभी लोगों के मन में एक अजीब सा ख्वाब एक अजीब सी इच्छा होने लगती है। खासकर उन लोगों के मन में प्रेम का भाव जाग उठता है। जो अभी तक सिंगल है क्योंकि उन्हें बहुत दुख होता है, वैलेंटाइन के महीने में। इस दिन उन लोगों के दिल में बहुत रोमांस चलता रहता है। जो लोग किसी के साथ प्रेम बंधन में बंधे हुए हैं। लेकिन आज हम आपको वैलेंटाइन डे के विषय में कुछ अलग हटकर जानकारी देने वाले हैं। इसलिए ब्लॉग को जरूर पढ़ें।

वैलेंटाइन्स डे को व्यापारी लोग रोजगार का दिन कहते है?

वैलेंटाइन्स डे को सांस्कृतिक या धार्मिक दिवस के बजाय व्यावसायिक अवकाश के रूप में अधिक माना जाता है। एक सर्वे के मुताबिक अकेले अमेरिका में वैलेंटाइन्स डे पर कुल खर्च 18 अरब डॉलर और ब्रिटेन में करीब 1 अरब पाउंड से ज्यादा होता है। 

कुछ ऐसी परिस्थिति ही भारत में भी होती है। कारण इस दिन पूरे भारतवर्ष में जितनी फूलों की बिक्री, चॉकलेट, टेडी बेयर इत्यादि की बिक्री होती है। इससे पहले किसी भी दिन में नहीं बिकती हैं।

कारण लोग अपने प्रियजनों के लिए फूल, चॉकलेट, केक, ग्रीटिंग कार्ड आदि खरीदते हैं, लगभग 30-40% आबादी बाहर खाने पर पैसा खर्च करती है, और लगभग 50% पुरुषों और महिलाओं को उपहार, फूल आदि प्राप्त होता है।

क्या हिंदू धर्म में वैलेंटाइन डे का कोई महत्व है?

हिंदू धर्म में जितने भी त्यौहार मनाए जाते हैं। उन सभी त्योहारों का अपना एक महत्व होता है और उन परिवारों का पालन करने से इंसानों को उसका लाभ भी प्राप्त होता है।

लेकिन वैलेंटाइन डे का हिंदू धर्म के किसी भी त्योहार से कोई मतलब नहीं है। कारण यह त्यौहार हिंदू धर्म का नहीं बल्कि वेस्टर्न कल्चर का त्यौहार है। जिस दिन को प्रेमी एवं प्रेमिका दोनों मिलकर मनाते हैं। दोनों लड़का एवं लड़की अपने प्यार का इजहार एक दूसरे को गुलाब का फूल देकर और एक दूसरे को चुंबन देकर करते हैं।

तो फिर वैलेंटाइन डे के दिन मातृ पितृ दिवस क्यों मनाया जाता है?

जिस तरह से क्रिसमस डे के दिन तुलसी पूजन का कोई महत्व नहीं होता। उसी तरह से वैलेंटाइन डे के दिन मातृ- पितृ पूजन करने का कोई महत्व नहीं होता। कारण किसी पंचांग में इन दोनों दिनों का कोई उल्लेख नहीं है। कहा जाता है कि जो लोग हिंदू धर्म को बहुत ज्यादा भक्ति भाव से मानते हैं। वही लोग वेलेंटाइन डे के दिन मातृ-पितृ पूजन दिवस को मनाते हैं। 

हालांकि माता-पिता की पूजा हर बच्चे करते हैं। उन्हें प्यार देकर, उन्हें सम्मान देकर। हिंदू धर्म का एक ही उद्देश्य है मात्री पितृ पूजन दिवस को मनाने का उद्देश्य है कि हमारे भारत देश के बच्चे कहीं इधर-उधर भटकना जाएं। मातृ-पितृ पूजन दिवस को वैलेंटाइन डे के दिन ज्यादा महत्व दिया जाता है।

इस पूजन से भारत देश के बच्चों का नाम भी पूरे देश भर में जाना जाता है। साथ ही अन्य देशों को इस पूजन के कारण एक प्रेरणा मिलती है।

वैलेंटाइंस डे के दिन लड़का लड़की क्या करते हैं?

वैलेंटाइन डे के दिन लड़का लड़की पूरे 1 साल का प्यार एक दिन में निभाते हैं। पूरा दिन एक दूसरे के साथ बिताते हैं। डिनर डेट पर जाते हैं और लंच डेट पर भी जाते हैं।

दोनों एक दूसरे को गिफ्ट भी देते हैं। लड़का या लड़की हर मुमकिन अपने पार्टनर को रिझाने की कोशिश करते हैं। उनसे प्यार भरी बातें कर अपना पूरा दिन बिताते हैं।

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