ऐसी महिला से कभी दोस्ती मत करना

ऐसी महिला से कभी दोस्ती मत करना । किसी भी महिला की सुंदरता, अक्सर पुरुषों को लुभा लेती है।

सिर्फ सुंदरता ही नहीं, बल्कि दोस्ती के लिए महिलाओं का स्वभाव देखना भी जरूरी है।

आइए जानते हैं कि चाणक्य नीति के अनुसार, किन महिलाओं से दोस्ती नहीं करनी चाहिए

दोस्त बनाने में अक्सर लोग लापरवाही और जल्दबाजी भी करते हैं।

लेकिन चाणक्य ने एक अच्छे मित्र की पहचान करने के लिए बहुत सी विशेषताएं बताई है।

अगर उनकी नीतियों का सही से अध्ययन किया जाए, तो आप कभी गलत महिला से मित्रता नहीं करेंगे।

चाणक्य की कही गई बातें बहुत हद तक सही साबित होती हैं।

आइए जानिए विस्तार से, चाणक्य ने किन महिलाओं से दोस्ती न करने का मशवरा दिया है।

आपकी प्रशंसा करने वाली महिला स्वार्थी हो सकती है

चाणक्य वैसे भी महिलाओं को विश्वास की पात्र नहीं मानते हैं।

परंतु जो महिलाएं आपकी ज्यादा ही प्रशंसा और मीठी बातें करती हैं।

उन महिलाओं से चाणक्य ने सावधान रहने की हिदायत दी है।

उनके अनुसार, जो आपके सामने आपको खुश करने वाली बातें करती हैं।

वे पीठ पीछे जरूर आपकी बुराइयां भी करेंगी, ताकि आपका काम बिगाड़ सके।

इसलिए ऐसी महिलाओं से तो भूलकर भी दोस्ती ना करें।

खुद से ज्यादा अमीर औरत आपकी गरीबी का फायदा उठा सकती है

दोस्ती में अमीरी और गरीबी की दीवार बीच में नहीं आनी चाहिए।

लेकिन फिर भी अगर बराबर वाले से दोस्ती की जाए तो ज्यादा अच्छी रहती है।

अगर आप खुद के स्तर से नीचे या ऊपर वाली महिला से दोस्ती करेंगे।

तो ऐसी महिला के साथ, आपकी दोस्ती ज्यादा समय तक चलने की कोई गारंटी नहीं रहेगी।

इसका कारण है, कुछ महिलाओं का पैसे को लेकर घमंडी स्वभाव होना। जाने अनजाने में ही

सही, परंतु कभी ना कभी वह महिला आप को नीचा दिखाने की कोशिश जरूर करेगी।

खुद के स्वार्थ को महत्व देने वाली महिला

अपनी किसी भी महिला मित्र के स्वार्थी स्वभाव को जानने की कोशिश जरूर करें।

कहीं ऐसा तो नहीं कि वह किसी स्वार्थ पूर्ति के लिए आपसे दोस्ती कर रही हो।

यदि ऐसा है, तो वह अपना स्वार्थ पूरा होने तक ही आपके साथ रहेंगी।

ऐसी औरतों से मित्रता सिर्फ आपकी जिंदगी में विनाश ला सकती हैं।

ऐसे में स्वार्थ के आधार पर की गई दोस्ती तो कभी भी दुश्मनी में बदल सकती है।

 ऐसी महिला से कभी दोस्ती मत करना : चरित्रहीन

चाणक्य के अनुसार, किसी भी स्त्री की संपूर्ण सुंदरता उसके चरित्र में ही छिपी होती है।

यदि किसी औरत का चरित्र अच्छा नहीं तो उसकी सारी सुंदरता बेकार है।

उनका मानना है कि कुसंस्कारी स्री का संग करने से आपका चरित्र भी मैला होगा।

चाणक्य कहते हैं कि धार्मिक और सत्यनिष्ठा स्त्री  वफादार होती है।

हालांकि कुछ लोग उनके इस मत से सहमत नहीं और उन्हें नारी विरोधी कहते हैं।

इसलिए किसी भी महिला से दोस्ती करते वक्त, संगत की अनुकूलता का ध्यान रखें।

दुर्व्यवहार करने वाली स्त्री से दूर ही रहना

आपकी महिला मित्र चाहे जैसी भी हो किंतु उनके गुणों का आपके व्यक्तित्व में आना स्वाभाविक है।

चाणक्य का मत है कि दुष्ट स्वभाव वाली महिला से दूर रहना चाहिए।

ऐसी स्त्री चाहे आपकी कितनी ही करीबी मित्र बनने की कोशिश क्यों ना करें।

उनका साथ आपकी पूरी जिंदगी में, सिर्फ आपको नुकसान ही देगा।

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