मै एक शादीशुदा महिला हु। मेरी उम्र 32 है। मै 2 बच्चों की माँ हु। एकादशी व्रत क्यों करते है ?
मै जानना चाहती हु, की एकादशी का व्रत क्यों किया जाता है। इस दिन मै और घर के सभी सदस्य
उपवास रखते है। मगर अभीतक मै नहीं जानती की एकादशी क्या है ? एकादशी को इतना महत्व
क्यों दिया जाता है ? इस दिन क्या खाए ? क्या न खाए ?
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एकादशी व्रत क्यों करते है ?
हमारे साथ आपकी समस्या साझा करने के लिये धन्यवाद। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार साल में 24
बार एकादशी आती है। हमारे शास्त्रों में लिखा है, की एकादशी के दिन उपवास करने और श्री विष्णु की
पूजा करने से असाधारण लाभ होते है। घर में खुशी और समृद्धि आती है। जिन लोगों को उपवास करना
संभव नहीं है, वो लोग इस दिन खान पान पर विशेष ध्यान दें। इस दिन प्याज, लहसुन, अंडा , मांस , मछली
नहीं खानी चाहिये। इस दिन चावल खाना भी वर्जित है। शास्त्र के मुताबिक इस दिन चावल खानेवाले लोग
अगले जनम में रेंगनेवाले जीव बनते है। इस योनि से जिनको मुक्ति चाहिये वो द्वादशी के दिन चावल का सेवन
करते है। व्रत करने से हमारे पापों और अज्ञान का नाश होता है।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक एकादशी से बढ़कर कोई भी व्रत नहीं होता। विवेक से बढ़कर कोई भाई नहीं होता।
अगर कोई व्यक्ति पांचों इंद्रियों पर विजय प्राप्त करता है, तो उससे ज्यादा पवित्र कोई प्राणी नहीं हो सकता।
जानकारों का मानना है की इस दिन शरीर में पानी जितना कम होगा उतना व्रत करने में आसानी होगी। तो
इस दिन शरीर पानी कम से कम होना चाहिये। शास्त्र में जल का संबंध चंद्रमा के साथ बताया गया है। हमारा
शरीर भी पंचतत्वों से बना है। इसलिए हमारे शरीर में मौजूद पाणी पर चंद्रमा का सीधा असर देखा गया है।
और मानसिक अवस्था पर इसका परिणाम होता है।