मै एक गरीब विधवा महिला हु। मेरे पति पिछले साल भगवान को प्यारे हो गए। लोन चुकाने का दबाव
अब घर में मेरी बूढ़ी सांस, मै और मेरा बेटा इतने सदस्य है। मेरा बेटा छोटा है।
सांस बूढ़ी हो गई है। उनसे कोई काम नहीं होता। मै प्राइवेट फर्म में काम करती हु।
किसी तरह घर चल रहा था, की अचानक बैंक वाले आये, और 560,000/- का Loan
कर्जा चुकाने के लिये बोलने लगे। हम सब सदमे में है। क्योंकी मेरे पति ने कभी कर्जा
Loan लिया होता तो मुझे या उनकी माँ को तो जरूर बताते। किसलिए लोन लिया था ये भी पता नहीं।
इतना सारा कर्ज लेकर कुछ किया भी तो नहीं है। मुझे कैसे पता चलेगा की सचमुच मेरे पति ने लोन लिया था,
या ये बैंकवाले हमारी जमीन हड़पने के लिये झुट बोल रहे है?
मुझे एक रिश्तेदार ने ये भी बताया है की , अगर कर्ज लेनेवाले की मृत्यु हो जाती है,
तो सारा कर्ज माफ हो जाता । क्या ये सच है ? अगर ऐसा है तो वो लोग हमें क्यों चुकाने को बोल रहे है ?
कृपया मुझे सही जानकारी दीजिए। मेरे पास वकील को देने के लिये पैसे नहीं है।
हमारी सलाह : लोन चुकाने का दबाव
अगर उन्होंने सरकारी या मल्टीनैशनल बैंक से कर्ज लिया है तो वो झुट नहीं बोलेंगे। मगर
किसी राजनेता की बैंक या संस्था हो तो ये लोन चुकाने का दबाव साजिश भी हो सकती है। इसलिए
किसी जानकार को साथ लेकर बैंक में जाये। loan लेते वक्त को भी कागजाद दिए गए है, वो जांच ले।
आपकी प्रॉपर्टी पर उन्होंने अपना नाम भी चढ़ाया होगा, उसकी जांच महसूल प्रशासन से करे।
इससे आपको ये पता चलेगा की लों लिया भी था , या नहीं।
ज्यादातर बैंक कर्ज देते समय इन्शोरेंस भी देती है। अगर इस बैंक ने भी इन्शोरेंस दिया है तो
आपको कर्ज चुकाने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। वह बीमा कंपनी कर्जदार के मृत्यु के बाद ऋण चुकाएगी।
उन्होंने कीस श्रेणी का ऋण लिया था, ये भी देखे। ऑटो लों का अलग तरीका होता है। पर्सनल लोन वसूलने
का तरीका अलग होता है। मोरगेज लोन के नियम अलग होते है। तो सबसे पहले ये सुनिश्चित करें की
लोन कीस प्रकार का है , तो आगे क्या करना है ये रणनीति आप तय कर सकती है।