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झाड़ू से जुड़ी ये 5 गलतियाँ खोलती है दरिद्रता का द्वार, रूठ जाती हैं मां लक्ष्मी

झाड़ू, एक साधारण सी घरेलू वस्तु, जिसे हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र में झाड़ू का विशेष महत्व है? इसे माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, और घर में सुख-समृद्धि लाने वाली देवी का वास माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि झाड़ू से जुड़ी कुछ गलतियां माता लक्ष्मी को रूठा सकती हैं और आपके घर में दरिद्रता ला सकती हैं?

झाड़ू से जुड़ी ये 5 गलतियाँ खोलती है दरिद्रता का द्वार

इस लेख में, हम झाड़ू से जुड़ी 5 ऐसी गलतियों के बारे में जानेंगे जिनसे बचना चाहिए। साथ ही, हम कुछ ऐसे उपाय भी बताएंगे जिनसे आप माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं और अपने घर में सुख-समृद्धि ला सकते हैं। यह जानकारी न केवल आपके धार्मिक विश्वासों को मजबूत करेगी, बल्कि आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा भी लाएगी।

हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र के अनुसार, झाड़ू को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। इसलिए, झाड़ू के साथ कुछ ऐसे काम करने से बचना चाहिए जिनसे माता लक्ष्मी रूठ सकती हैं। इन बातों का ध्यान रखें:

झाड़ू का अनादर:

  • झाड़ू को पैर से लात मारना: यह माता लक्ष्मी का अनादर माना जाता है।
  • झाड़ू को लांघना: झाड़ू के ऊपर से कभी नहीं लांघना चाहिए।
  • झाड़ू को छुपाकर रखना: झाड़ू को हमेशा खुले में रखना चाहिए।
  • झाड़ू को उल्टा रखना: झाड़ू को कभी भी उल्टा नहीं रखना चाहिए।
  • टूटी हुई झाड़ू का इस्तेमाल: टूटी हुई झाड़ू का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
  • गंदी झाड़ू का इस्तेमाल: झाड़ू को हमेशा साफ रखना चाहिए।

झाड़ू का गलत समय पर इस्तेमाल:

  • सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाना: सूर्यास्त के बाद कभी भी झाड़ू नहीं लगानी चाहिए।
  • अमावस्या को झाड़ू लगाना: अमावस्या के दिन झाड़ू नहीं लगानी चाहिए।
  • रविवार को झाड़ू लगाना: रविवार के दिन झाड़ू नहीं लगानी चाहिए।
  • पूर्णिमा को झाड़ू लगाना: पूर्णिमा के दिन झाड़ू नहीं लगानी चाहिए।

झाड़ू का गलत तरीके से रखना:

  • दरवाजे के सामने झाड़ू रखना: झाड़ू को कभी भी दरवाजे के सामने नहीं रखना चाहिए।
  • पूजा स्थान पर झाड़ू रखना: झाड़ू को कभी भी पूजा स्थान पर नहीं रखना चाहिए।
  • बिस्तर के पास झाड़ू रखना: झाड़ू को कभी भी बिस्तर के पास नहीं रखना चाहिए।

झाड़ू के कुछ टोटके:

समृद्धि और धन प्राप्ति के लिए:

  • गुरुवार के दिन: एक नई झाड़ू खरीदें और उस पर लाल रंग का धागा बांधें। इसे घर की तिजोरी या धन रखने की जगह पर रखें।
  • पूर्णिमा के दिन: घर को साफ करें और झाड़ू को घर के मुख्य द्वार के बाहर रखें। अगली सुबह, झाड़ू को उठाकर घर के अंदर ले जाएं और इसे किसी छिपे हुए स्थान पर रख दें। ऐसा माना जाता है कि यह धन और समृद्धि को आकर्षित करता है।
  • दशहरा के दिन: दशहरे के दिन, घर की अच्छी तरह से सफाई करें और पुरानी झाड़ू को किसी गरीब व्यक्ति को दान कर दें। नई झाड़ू खरीदें और उस पर स्वास्तिक का चिह्न बनाएं। इस झाड़ू का प्रयोग घर साफ करने के लिए करें। ऐसा माना जाता है कि यह घर में बरकत लाता है।

नकारात्मकता दूर करने के लिए:

  • शनिवार के दिन: सूर्यास्त के बाद, घर की अच्छी तरह से सफाई करें और झाड़ू को नमक के पानी में डुबोकर धो लें। इसके बाद, झाड़ू को घर के मुख्य द्वार के बाहर रखें और अगली सुबह सूर्योदय से पहले इसे घर के अंदर ले जाकर किसी छिपे हुए स्थान पर रख दें। ऐसा माना जाता है कि यह घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
  • अमावस्या के दिन: अमावस्या के दिन, घर की अच्छी तरह से सफाई करें और झाड़ू को घर के बाहर किसी पेड़ के नीचे रख दें। अगली सुबह, झाड़ू को उठाकर घर के अंदर ले जाएं और इसे किसी छिपे हुए स्थान पर रख दें। ऐसा माना जाता है कि यह घर से बुरी आत्माओं को दूर करता है।

अन्य 8 बातें:

  1. झाड़ू को किसी को उधार देना: झाड़ू को किसी को उधार नहीं देना चाहिए।
  2. झाड़ू को दान में देना: झाड़ू को दान में देना अच्छा माना जाता है।
  3. नई झाड़ू खरीदने का दिन: शुक्ल पक्ष के मंगलवार, बुधवार या गुरुवार को नई झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है।
  4. झाड़ू को कभी भी खड़ा करके न रखें। इसे हमेशा लिटाकर रखें।
  5. झाड़ू को कभी भी रात में बाहर न रखें। इसे हमेशा सूर्यास्त से पहले घर के अंदर ले आएं।
  6. झाड़ू को कभी भी पैरों से न छुएं। इसे हमेशा हाथों से उठाएं और रखें।
  7. झाड़ू को कभी भी किसी को उधार न दें।
  8. जब आप नया घर खरीदें या किराए पर लें, तो सबसे पहले उस घर में झाड़ू लगाएं।

इन बातों का ध्यान रखकर आप माता लक्ष्मी को प्रसन्न रख सकते हैं और अपने घर में सुख-समृद्धि ला सकते हैं।

यह भी ध्यान रखें:

  • झाड़ू से जुड़ी ये मान्यताएं और विश्वास पूरी तरह से धार्मिक और सांस्कृतिक आधार पर हैं। इनके पीछे वैज्ञानिक आधार नहीं है।
  • आप अपनी सुविधानुसार और इच्छानुसार इन बातों का पालन कर सकते हैं।

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