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जूते-चप्पल का उल्टा रखना तो दूर, देखना भी होता है अशुभ। जानिए वजह

जूते-चप्पल का उल्टा रखना तो दूर, देखना भी होता है अशुभ। जानिए वजह। तुमने कभी जूते उल्टे रखे हैं? अगर हाँ, तो तुम्हारी दादी या मम्मी ने जरूर डांटा होगा . क्यों? क्योंकि “जूते उल्टे रखना अशुभ होता है!” लेकिन क्या वाकई ऐसा है?

जूते-चप्पल का उल्टा रखना

यह एक आम धारणा है कि जूते-चप्पल उल्टे रखना अशुभ होता है। अक्सर लोग इसे तर्कसंगत आधारों पर स्वीकार करने के बजाय, धार्मिक मान्यताओं से जोड़ते हैं। तो देखते है जूते-चप्पल उल्टे रखने के पीछे वैज्ञानिक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कारण क्या है।

धार्मिक मान्यताएं:

  • मां लक्ष्मी: कहा जाता है कि मां लक्ष्मी, धन और समृद्धि की देवी, उल्टे जूते-चप्पल पसंद नहीं करती हैं। यदि घर में जूते-चप्पल उल्टे रखे जाते हैं, तो वे नाराज हो सकती हैं और घर से धन की हानि हो सकती है।
  • अशुभता: हिंदू धर्म में, पैरों को अशुद्ध माना जाता है। जूते-चप्पल पहनकर बाहर घूमने से उनमें गंदगी और नकारात्मक ऊर्जा चिपक जाती है। इसलिए, उन्हें घर के अंदर उल्टा रखना अशुभ माना जाता है।
  • दुष्ट आत्माएं: कुछ लोगों का मानना ​​है कि उल्टे जूते-चप्पल नकारात्मक ऊर्जा और दुष्ट आत्माओं को आकर्षित करते हैं। ऐसा माना जाता है कि ये आत्माएं जूतों में छिप जाती हैं और घर में अशांति पैदा करती हैं।
  • ग्रहों का प्रभाव: ज्योतिष शास्त्र में, पैरों को शनि ग्रह से जुड़ा माना जाता है। उल्टे जूते-चप्पल शनि की नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकते हैं, जिससे स्वास्थ्य, धन और करियर से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
  • देवी-देवताओं का अपमान: हिंदू धर्म में, घर को देवी-देवताओं का निवास स्थान माना जाता है। उल्टे जूते-चप्पल रखना देवी-देवताओं का अपमान माना जाता है, जिसके कारण उनकी नाराजगी हो सकती है।

चलो वैज्ञानिक नजरिए से देखें:

  • गंदगी: जूते बाहर से गंदगी और कीटाणु लाते हैं। उल्टे रखने से ये घर में फैल सकते हैं, जिससे बीमारियां हो सकती हैं . जूते बाहर से धूल, मिट्टी और रोगाणुओं को घर के अंदर लाते हैं। उन्हें उल्टा रखने से ये दूषित पदार्थ फर्श और आसपास के वातावरण में फैल सकते हैं, जिससे स्वास्थ्य संबंधी खतरे पैदा हो सकते हैं।
  • सुरक्षा: जूते उल्टे रखने से उनमें बिच्छू या सांप घुस सकते हैं . पुराने समय में, घर कच्चे मिट्टी के बने होते थे और उनमें कीड़े-मकोड़ों का प्रवेश आसान था। जूते उल्टा रखने से इनके अंदर घुसने का रास्ता बन जाता था, जो बीमारियां फैला सकते थे।
  • दुर्घटना: अंधेरे में उल्टे जूते में ठोकर लगने का खतरा रहता है . जूते उल्टा रखने से आपको यह भी भूल सकता है कि आपने जूते पहने हैं या नहीं, जिससे आप गिर सकते हैं या चोट लग सकती है। अंधेरे में जूते उल्टे रखने से उन्हें पहनते समय ठोकर लगने या गिरने का खतरा बढ़ जाता है।
  • समय बर्बादी: जल्दी में जूते ढूंढने में परेशानी हो सकती है आपातकालीन स्थिति में, जूते उल्टे होने से उन्हें ढूंढने और पहनने में देरी हो सकती है, जो महत्वपूर्ण समय बर्बाद कर सकता है।⏱️.

मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण:

  • अव्यवस्था: बिखरे हुए जूते नकारात्मक ऊर्जा और तनाव पैदा करते हैं . वैज्ञानिक दृष्टि से, जूते बाहर से धूल, मिट्टी और गंदगी लाते हैं। इन्हें उल्टा रखने से ये गंदगी घर के अंदर फैल सकती है, जिससे बीमारियां हो सकती हैं।
  • नकारात्मक सोच: अव्यवस्थित माहौल से नकारात्मक विचार आते हैं .
  • तनाव: अव्यवस्था और गंदगी मन में नकारात्मक विचार पैदा कर सकती है, जिससे तनाव और चिंता बढ़ सकती है।
  • समस्याएं: जूते उल्टे रखने से अवचेतन मन में खतरे का एहसास हो सकता है, जिससे नींद में खलल और अन्य मनोवैज्ञानिक समस्याएं हो सकती हैं।

सामाजिक और सांस्कृतिक पहलू:

  • अशुभता: माना जाता है कि जूते उल्टे रखने से घर में नकारात्मकता आती है . अस्त-व्यस्त रखे गए जूते घर के प्रवेश द्वार को गन्दा और अव्यवस्थित बनाते हैं, जो नकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित कर सकता है।
  • असम्मान: कई संस्कृतियों में जूतों को सम्मान का प्रतीक माना जाता है .
  • सामाजिक व्यवस्था: घर का प्रवेश द्वार साफ रखना शिष्टाचार का हिस्सा है . घर के प्रवेश द्वार को स्वच्छ और व्यवस्थित रखना सामाजिक शिष्टाचार का हिस्सा है। जूते उल्टे रखना अव्यवस्था और लापरवाही का संकेत हो सकता है।
  • संस्कृति और परंपराएँ: कई संस्कृतियों में, जूतों को सम्मान और विनम्रता का प्रतीक माना जाता है। उन्हें उल्टा रखना अपमानजनक माना जाता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जूते उल्टे रखने से जुड़े सभी खतरे तत्काल या प्रत्यक्ष नहीं हो सकते हैं। लेकिन, दीर्घकाल में, यह नकारात्मक परिणामों को जन्म दे सकता है, जिनमें स्वास्थ्य समस्याएं, दुर्घटनाएं, तनाव और सामाजिक अशांति शामिल हैं।इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि जूते-चप्पल को हमेशा व्यवस्थित और सीधा रखा जाए। यह न केवल आपके घर को स्वच्छ और सुरक्षित रखेगा, बल्कि आपके मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक जीवन पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा। अगली बार जूते उल्टे रखने से पहले दो बार सोचो!

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