![फरवरी महीने में 28 दिन क्यों होते हैं?](https://myjivansathi.com/wp-content/uploads/2022/01/में-28-दिन-क्यों-होते-हैं-e1642504060292.jpg)
हमारा सवाल आप सबसे है कि ऐसा कौन सा महीना है जिस महीने में दिनों की संख्या सबसे कम होती है? आप सभी का जवाब होगा फरवरी महीना। यह सवाल छोटा सा था और इसका जवाब लगभग आप सभी पाठकों को पता ही था।
फरवरी महीने में 28 दिन क्यों होते हैं?
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अब हम आपसे दूसरा सवाल करेंगे कि आखिर क्यों फरवरी के महीने में 28 दिन होते हैं? क्या आप में से कोई जानता है कि फरवरी के महीने में 28 दिन क्यों होते हैं या 29 दिन क्यों होते हैं। 30 या 31 दिन क्यों नहीं होते हैं। यदि आपके पास जवाब नहीं है। तो कोई बात नहीं। हम आपको इस सवाल का जवाब जरूर देंगे।
रोमन कैलेण्डर में बदलाव के कारण हुआ ऐसा
एक वक्त था जब रोमन कैलेंडर का चलन था। रोमन कैलेंडर में कुल 10 महीने होते थे। 10 महीने में कुल 304 दिन हुआ करते थे। लेकिन फिर उस कैलेंडर में बदलाव किया गया और 10 महीने के साथ और 2 महीनों को जोड़ा गया। जिसका नाम जनवरी और फरवरी पड़ा।
जनवरी और फरवरी जुड़ने पर विवाद शुरू हुआ
जब रोमन कैलेंडर में जनवरी एवं फरवरी महीनों को जोड़ा गया। तो बहुत सारे विवाद होने लगे क्योंकि दो नए महीनों के जुड़ने के बाद तीज त्यौहार अच्छे से सेट नहीं हो रहे थे। जैसे मान लीजिए आपका जन्मदिन 1 तारीख को पड़ता है। लेकिन कैलेंडर के अनुसार आपका जन्मदिन किसी दूसरे महीने के 10 तारीख को होगा तो आपको कैसा लगेगा। कुछ ऐसा ही मामला रोमन कैलेंडर में जनवरी और फरवरी के जुड़ने से हुआ।
विवाद के बाद समस्या का हल निकाला गया
बहुत विचार विमर्श करने के बाद एक्सपर्ट ने यह निर्णय लिया कि फरवरी महीने से यदि 2 दिन को बाहर निकाल दिया जाएगा। तो हर तीज त्यौहार सही-सही अपनी जगह पर फिट हो जाएगा और कोई भी दिक्कत नहीं होगी और ऐसा ही हुआ।
फरवरी महीने में 28 दिन होने का कारण क्या सिर्फ यही है?
रोमन कैलेंडर के विवाद के साथ-साथ एक और भी बात है। जिसके कारण फरवरी महीने में 28 दिन होते हैं। यदि आप सभी ने कभी भूगोल पढ़ा होगा। तो आप सब को जरूर यह बात पता होगी कि पृथ्वी को सूर्य का चक्कर लगाने में कितना दिन और कितना घंटा लगता है।
पृथ्वी को सूर्य का चक्कर लगाने में कुल 365 दिन एवं 6 घंटे लगते हैं। 365 दिन के अतिरिक्त जो अतिरिक्त 6 घंटे बचे होते हैं। इनको 4 साल बाद 1 दिन माना जाता है। जो फरवरी महीने का 29 दिन बनता है। जिसे लीप ईयर भी कहा जाता है।
क्या आप सभी के मन में यह सवाल बार-बार आ रहा है कि आखिर क्यों फरवरी के महीने से ही 2 दिन को कम किया गया। किसी और महीने से दो दिन कम क्यों नहीं किया गया। इसका जवाब हमने आपको ऊपर ही बता दिया था कि यदि फरवरी महीने से दिन कम नहीं किया जाता। तो कोई भी फेस्टिवल अपने निर्धारित समय पर फिक्स नहीं हो रहा था। इस वजह से 2 दिन को हटा दिया गया अन्यथा त्योहार ही नहीं। बल्कि सर्दी, गर्मी, बरसात जैसे मौसम का भी पता ठीक से नहीं चल पाता।