ससुराल वालों को मेरा मायके जाना पसंद नहीं | मुंह फुलाते है। क्या करूं?
मेरा नाम रूपा है। शादीशुदा हु। ससुराल वालों को मेरा मायके जाना पसंद नहीं | मुंह फुलाते है। क्या करूं?
वैसे घर का माहौल बहुत अच्छा रहता है। मगर मेरे मायके जाने की बात आते ही, मुंह फुलाते है।
ससुराल वाले आखिर इतना परेशान क्यों होते है? ऐसी भी कोई बात नहीं, की वह मुझसे बहुत ज्यादा
प्यार करते है, और मेरे चले जाने से उनकी जिंदगी में कोई समस्या आनेवाली है। फिर भी पता नई ऐसा
क्यों करते है। प्लीज आप बताइए की ऐसा क्यों होता है। और इसका इलाज क्या करना चाहिये ?
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हमारी सलाह : ससुराल वालों को मेरा मायके जाना पसंद नहीं
शादी एक लड़की के लिए जिंदगी का सबसे खूबसूरत दिन होता है। शादी के दिन खुशी के मारे
उसके पैर जमीन पर भी नहीं लगते परंतु यह खुशी ज्यादा दिन तक नहीं रहती ।क्योंकि ससुराल
जाने के कुछ दिनों बाद एक लड़की को अपने मायके के परिवार और घर की याद सताने लगती है।
लेकिन जब अपने ससुराल वालों से अपने मायके जाने की बात कहती है तो सभी का मुंह बन जाता है।
क्योंकि उन्हें लगता है कि अभी हमारे घर में हमारी मर्जी से रहे और अपने मायके का मोह त्याग दें ।
अगर आपके साथ भी है ऐसी समस्या तो बताते हैं, आपको कुछ ऐसे टिप्स जिन्हें आजमाकर आप
इस प्रॉब्लम से निकल सकती हैं ।
ससुराल वालों की गलत सोच या उनका निजी लालच भी हो सकता है तो आइए आपको बताते हैं
ऐसे ही कुछ कारण
ससुराल के लोगों की गलत अवधारणा
कई बार देखने में आता है की ससुराल वाले सोचते हैं कि अगर बहू मायके जाएगी तो उसके मायके
वाले बहू को हमारे परिवार में घुलने मिलने नहीं देंगे। लेकिन यह एकमात्र उनका वहम है क्योंकि कोई
भी मां बाप अपनी बेटी के घर में दखलअंदाजी देकर उसका घर नहीं उजाड़ना चाहता।
घर के कामों का लालच
शादी के बाद ससुराल वाले लड़की को बहुरानी कम और नौकरानी ज्यादा समझने लगते हैं क्योंकि
उन्हें लगता है की बहू के मायके जाने के बाद घर का काम कौन करेगा। जो सास बहू के आने से
पहले हर रोज घर का काम करती थी, वह अब बहू के जाने के बाद एक दिन भी घर की जिम्मेदारी
संभालना पसंद नहीं करती।
तो इस बात का हल क्या है
एक बहू चाहे जितनी भी इंडिपेंडेंट हो परंतु जब बात आती है, मायके जाने की तो उसे अपनी सास
की परमिशन लेनी ही पड़ती है।लेकिन ससुराल के लोग बहू के परमिशन मांगने पर अपना हक और
मजबूती के साथ दिखाने लगते हैं।
अपने पति का साथ ले
शादी के बाद सास और बहू के बीच के रिश्ते को मधुर बनाने में एक पति महत्वपूर्ण भूमिका निभा
सकता है।इसलिए पति को चाहिए कि वह अपनी मां को समझाएं और पत्नी को अपने मायके जाने
की परमिशन लेने में मदद करें।
सास को करवाएं एहसास
आप अपने परिवारिक रिश्तों को खराब किए बिना अपनी सास के साथ प्यार भरे कुछ शब्द बोल कर
मायके जाने की आज्ञा लेने का प्रयास करें ।
ननद की सहायता
अगर आपकी भी छोटी या बड़ी ननद है और आप उसे बहन या दोस्त समझते हैं तो उसके साथ
अपनी बात शेयर करें हो सकता है कि वह आपकी सास को अपना उदाहरण देकर आपकी तकलीफ
का एहसास करवा सकें।
कानूनी मदद
लेकिन जब आप अपने सभी तरीके और कोशिशें आजमाकर थक चुकी हैं। फिर भी कोई भी आपकी
बात समझने को तैयार नहीं है और आपको अपना ससुराल एक जेल से ज्यादा कुछ नहीं लगता। तो
अब समय आ चुका है इस जेल से बाहर निकलने का क्योंकि कानून के अनुसार कोई भी ससुराल,
बहु को उसके मायके परिवार से मिलने से नहीं रोक सकता। इसलिए कानूनी मदद लें और अपने
मायके परिवार व अपने मां बाप की अहमियत को कम ना होने दें। जिन लोगों ने आप को जन्म दिया है
और आप को पाल पोस कर बड़ा किया है उनका अधिकार शादी होने के बाद खत्म नहीं हो जाता।