18 महीने बाद बदल रही है राहु की दिशा | सौभाग्य के द्वार खुल रहे हैं
राहु की उपस्थिति शुभ संकेत देने वाली है। इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
छाया ग्रह राहु का नाम सुनते ही कई लोग डर जाते हैं। बहुत से लोग इस ग्रह के बारे में चिंतित भी होते हैं। हालांकि, ज्योतिषीय आंकड़े कहते हैं कि कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां राहु की चाल का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। राहु का राशि परिवर्तन आने वाले दिनों में होने वाला है। 18 महीने बाद राहु की राशि बदलने वाली है।
18 महीने बाद बदल रही है राहु की दिशा, सौभाग्य के द्वार खुल रहे हैं 4 प्रमुख राशियों के
ज्योतिषियों का दावा है कि इसका प्रभाव कई राशियों में जन्म लेने वाले लोगों के जीवन में दिखाई पड़ सकता है। आइए एक नजर डालते हैं कि राहु राशि के परिवर्तन के कारण किन राशियों पर उसका अच्छा प्रभाव पड़ रहा है।
मिथुन राशि
सबसे पहला पड़ने वाला है, मिथुन राशि के लोगों के ऊपर। मिथुन राशि के लोगों को उनकी मेहनत का फल मिलने वाला है। इस दौरान व्यापार में जबरदस्त इजाफा भी होगा। राहु के राशि परिवर्तन के कारण आपकी राशि में बहुत कुछ बदलाव दिखाई दे रहा है। जो आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यदि आप शेयर बाजार में इन्वेस्ट करते हैं। तो यह वह समय होगा जो शेयर बाजार में निवेश करने का सही समय है।
कर्क राशि
कर्क राशि के तहत पैदा हुए लोगों का वित्तीय स्तर में सुधार होते हुए देखा जाएगा। आपके कार्यक्षेत्र में आपको हर जगह अपनी प्रशंसा सुनने को मिलेगी। अगर लंबे समय से आपका कारोबार मंदा चल रहा है तो राहु के परिवर्तन के कारण आपका मंदा कारोबार, फिर से पहले जैसा चलने लगेगा। साथ ही आपको प्रचुर धन लाभ भी होगा।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए राहु का यह परिवर्तन बहुत शुभ रहने वाला है। इस पूरी परिवर्तन की अवधि के दौरान धन की बचत में वृद्धि जारी रहेगी। यदि आप कोई नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो इससे अच्छा समय नहीं है। शेयर बाजार से आपको अचानक धन की प्राप्ति होगी। नौकरी के मामले में पदोन्नति होगी।
कुंभ राशि
कुंभ राशि में जन्म लेने वालों के लिए राहु की उपस्थिति शुभ संकेत देने वाली है। इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। शनि से संबंधित वस्तुएं जैसे कि तेल, लोहे का काम या व्यापार में सुधार की काफी संभावनाएं होगी। बचाए गए धन की मात्रा में तेजी से वृद्धि होगी। राहु और शनि से मित्रता बनेगी। नतीजतन, शेयर बाजार को अचानक लाभ होने की उम्मीद है।
वैसे तो राहु को सामान्य रूप से हानिकारक प्रभाव देने के लिए जाना जाता है और इसे एक ऐसा ग्रह भी माना जाता है जो आलस्य, देरी और काम में बाधा उत्पन्न करता है। राहु एक राशि में 18 महीने तक अपनी छाया प्रतिबिम्बित करने के लिए जाना जाता है। अगर कुंडली में इसे नकारात्मक रूप से रखा जाएं तो यह भ्रम, अवसाद और भावनात्मक असंतुलन पैदा कर सकता है। राहु को सूर्य से भी ज्यादा शक्तिशाली माना जाता है। बृहस्पति एकमात्र ऐसा ग्रह है। जो राहु को नियंत्रित कर सकता है, बृहस्पति ‘गुरु’ का प्रतिनिधित्व करता है।
इसलिए यदि किसी भी व्यक्ति पर राहु की दशा चलती है। उस वक्त उन्हें बृहस्पति भगवान की पूजा करनी चाहिए और प्रत्येक बृहस्पतिवार उपवास भी रखना चाहिए। ताकि उनके ऊपर से राहु की दशा कम हो जाएं।
इस बार भी राहु की राशि परिवर्तन पूरे 18 महीने बाद ही हो रही है। लेकिन इस बार वह किसी गलत मकसद से नहीं। बल्कि अच्छे मकसद से आ रहा है। जिसके कारण बहुत सारी राशियों को अच्छे लाभ भी प्राप्त होंगे।