माँ बनना चाहती हु। गलत रास्ते भी अपना चुकी हु
माँ बनना चाहती हु कहीं मेरे घर में ना पता चले इसलिए मेरा नाम और पता गुप्त रखें ।
मै 32 साल की शादीशुदा महिला हु। अभीतक बच्चा नहीं हो पाया है। मेरे पति मुझसे प्यार करते है।
मगर मुझे डर लगता है। की कहीं वो दूसरी शादी ना कर लें । मेरे पड़ोसी पीठ पीछे
मुझे बांझ कहकर संबोधित करते है। शुभ काम को मुझे नहीं बुलाते है। मै दुखी हु।
सात – आठ बार मैंने गलत रास्ता भी अपनाकर देखा मगर कुछ फायदा नहीं हुआ।
क्या मै सचमुच बांझ औरत हु ? माँ बनना चाहती हु क्या कोई जड़ी बूटी है जो मुझे मातृत्व का लाभ दिला सके ?
चिंता ना करें नमिताजी । आप को बांझपन दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय बता रहें है। डॉक्टरी सलाह भी लें
कम से कम एक वर्ष तक नियमित, समयोचित और किसी गर्भ-निरोधक का उपयोग ना करते हुए सम्भोग करने पर भी
स्त्री को गर्भ नहीं ठहरे, तो यह बांझपन या बाँझपन से जुडी समस्या कहा जाता है|
विश्व स्वास्थ्य संगठन नुसार, गर्भावस्था बनाए रखना और जीवित बच्चे को जन्म ना दे पाना भी
बांझपन में ही सम्मिलित हैं|
हमारे हजारो साल पुराने आयुर्वेद में इसका इलाज संभव है|आइये देखे क्या हैं बाँझपन दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय|
infertility बाँझपन दूर करनेके आयुर्वेदिक उपाय
प्रेशर पॉइंट को दबाये
- महिलाये जिस जगह चुडीया पहनती है| उस हिस्से को दबाले|
- इससे प्रजनन सम्बंधित समस्याओं से छुटकारा पाने में सहायता मिलती है|
अश्वगंधा आपको माँ बना सकता है।
- अश्वगंधा हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने, प्रजनन अंगों के समुचित कार्यक्षमता को बढ़ावा देने में कारगर है|
- बार-बार हुए गर्भपात के कारण तथा शिथिल-गर्भाशय को समुचित आकर में लाकर उसे स्वस्थ बनती है|
- एक गिलास गर्म पानी में १ चम्मच अश्वगंधा चूर्ण मिलाले| इसे दिन में दो बार लें|
अनार से बांझपन दूर हो सकता है।
- अनार गर्भाशय के रक्त प्रवाह में वृद्धि कर देता है|
- साथ ही यह गर्भाशय की दीवारों को मोटा कर देता है|
- जिससे गर्भपात की संभावना को कम हो जाती है| साथ ही अनार भ्रूण के स्वस्थ विकास को भी
- बढ़ावा देता है|
- अनार के बीज और छाल बराबर मात्रा में ले| इसका महीन चूर्ण बनाकर एयर टाइट जार में रखे|
- दिन में दो बार १ गिलास गर्म पानी के साथ कुछ हफ्तों के लिए
- इस मिश्रण का आधा चम्मच लें| ताजा अनार
- या अनार का ताज़ा रस भी पी सकते हैं|
कुछ और आयुर्वेदिक उपाय
गाजर के बीजों की धुनी
गाजर के बीजों की धुनी बच्चेदानी तक चली जाये, इस प्रकार धुआ ले| धुआ बनाने के लिए गाजर के बिज
जलते हुए कोयले पर डाले| इसके साथ हररोज गाजर का रस भी पिए|
बरगद के वृक्ष की जडें
आयुर्वेद के अनुसार बरगद के वृक्ष की कोमल जडें महिलाओं के बांझपन में प्रभावी हैं|
बरगद के वृक्ष की कोमल जड़ों को कुछ दिनों के लिए धूप में सुखाले| सुख जाने के वाद इसका महीन
चूर्ण बनाले | इस चूर्ण को एक बंद डिब्बे में रख लें|
१ गिलास दूध में चूर्ण के १-२ बड़े चम्मच मिलाले| इसे तीन रातों के लिए खाली पेट माहवारी का समय खत्म होने के बाद
लगातार एक बार पि ले| पीने के बाद १घंटे तक के कुछ भी ना खाये या पिये|
कुछ महीनों के लिए ऐसा करें|
ध्यान दे: अपने मासिकधर्म के दौरान इसका प्रयोग बिलकुल ना करें|
अंकुरित गेहू
आधा को गेहू १२ घंटो तक भिगोये| फिर मोटे गिले कपडे में बंधकर २४ घंटे तक रखे| २४ घंटो बाद अंकुर आ जायेंगे|
इस अंकुरित गेहू को बिना पकाए ही खा ले| आप इसमें स्वाद के लिए गुड, किशमिश मिला सकते है|
यह पुरुषों की नपुसंकता में और स्त्रीयों के बाँझपन में रामबाण काम करता है|
आशा है आपको “बांझपन दूर करने के आयुर्वेदिक इलाज “ की जानकारी पसंद आई होगी|
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शायद कोई महंगी फीस की वजह से इलाज ना करा पा रहा हो और इस तकलीफ से जूझ रहा हो|
तो यह जानकारी उसे बहुत काम आ जायेगी और वह आपका एहसान जरुर मानेगा|