स्त्रीणां द्विगुण आहारो लज्जा चापि चतुर्गुणा । साहसं षड्गुणं चैव कामश्चाष्टगुणः स्मृतः ॥१७॥
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वास्तुशास्त्र
स्त्रियाें में पुरुषों से ज्यादा होती हैं ये इच्छाएं , मगर वो कभी बताती नहीं
आचार्य चाणक्य ने स्त्री स्वभाव के बारे में किया हुआ विश्लेषण आज भी आदर्श है स्त्रियाें में होती हैं ये…
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