RELIGION AND SPIRITUALITYआरोग्यतनावत्योहारधार्मिकलाईफ स्टाइलव्रत कथा

श्रावण मास में 12 राशियों के लिए पूजा उपाय और महामंत्र

श्रावण में यदि आप भक्ति के साथ पूजा करेंगे तो भोलेनाथ आपकी सभी इच्छा के पूरी करेंगे। श्रावण मास में 12 राशियों के लिए पूजा उपाय और महामंत्र । सावन के महीने में सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इन दिनों मुख्य रूप से शिवलिंग की पूजा की जाती है और उस पर जल और बेलपत्र चढ़ाया जाता है। श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार में यदि आप भक्ति के साथ पूजा करेंगे। तो महादेव आपकी सभी मनोकामना के पूरी करेंगे।

राशि के अनुसार शिव जी की पूजा कैसे करेंगे आइए जानते हैं-

मेष

आपके राशि का स्वामी मंगल है और लाल रंग इनके लिए शुभ माना जाता है। इसलिए मेष राशि के जातकों को सावन के महीने में शिव को लाल चंदन और लाल फूल चढ़ाना चाहिए। ताकि आपको अच्छे फल की प्राप्ति हो सके।

वृष 

आपकी राशि का स्वामी शुक्र है। आपकी राशि के लिए सफेद रंग शुभ होता है। इसलिए चमेली के फूलों से शिव की पूजा करें। इसके अलावा, कष्टों को दूर करने के लिए एवं अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए शिव जी का रुद्राष्टकम का पाठ कीजिए।

मिथुन

आपकी राशि पर बुध का प्रभुत्व है। इसलिए मिथुन राशि के लोगों को शिव को धतूरा, भांग चढ़ाना चाहिए। साथ ही शिव के पंचाक्षरी मंत्र Om नमः शिवाय का जाप भी करना चाहिए। इससे अच्छे परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।

कर्क

आपकी  राशि का स्वामी चंद्रमा है। शिव ने चंद्रमा को अपनी चोटी में धारण किया है। आप श्रावन महीने में भांग के दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें। साथ ही रुद्राष्टाध्यायी पाठ किजिए। ताकि आपका कष्ट दूर हो सकें।

सिंह

सिंह राशि का स्वामी सूर्य है। आपको शिवजी की पूजा लाल रंग के फूलों से करना चाहिए। इसके अलावा आपको किसी शिव जी के मंदिर में जाकर शिव  चालीसा का पाठ करना चाहिए। सिंह राशि के लोगों के लिए शिव चालीसा का पाठ बेहद लाभकारी सिद्ध होता है।

कन्या

आपकी राशि का स्वामी भी बुध है। शिवलिंग पर आप भी बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि चढ़ाएं। जब आप शिव पंचाक्षरी मंत्र का जाप करेंगे। तो आप की सभी मनोकामनाएं पूरी होगी।

तुला

आपकी राशि का स्वामी शुक्र है। आप लोगों को शिवल् जी की पूजा हमेशा मिश्रित दूध से करना चाहिए। यदि आप सावन के महीने में शिव सहस्रनाम का जाप करते हैं, तो आपको यह जाप अच्छे परिणाम देगा।

वृश्चिक

मंगल आपकी राशि का स्वामी ग्रह है। सावन के महीने में इस राशि के लोगों को गुलाब के फूल और बेल के पत्तों से शिव जी की पूजा करनी चाहिए। इस समय यदि आप भी प्रतिदिन रुद्राष्टक का पाठ करेंगे। तो आपको शुभ फल प्राप्त हो सकता हैं।

धनु

बृहस्पति ग्रह को धनु राशि का स्वामी माना जाता है। पीला रंग बृहस्पति का पसंदीदा रंग है। सावन के महीने में इस राशि के जातकों को सुबह उठकर पीले फूलों से ही शिव की पूजा करनी चाहिए। इतना ही नहीं आपको शिवजी को प्रसाद में भी पीला चीज ही देना चाहिए।

मकर

आपकी राशि शनि की राशि है। श्रावण मास में आपको भी शिवजी की पूजा धतूरा, भांग, अष्टगंधा से करनी चाहिए। ताकि आपको अपने जीवन में सुख-समृद्धि मिले। 

कुंभ

आपकी राशि का स्वामी भी शनि है। आपको हमेशा खासकर श्रावन महीने में गन्ने के रस से शिवलिंग के ऊपर जल चढ़ाकर पूजा करना चाहिए। साथ ही धन प्राप्ति के लिए शिवाष्टक का पाठ करना चाहिए। इससे जल्द ही आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे।

मीन

आपकी राशि का स्वामी बृहस्पति ग्रह है। शिवलिंग पर आपको भी पंचामृत के साथ-साथ दूध, दही और पीले फूल चढ़ाना चाहिए। परिवार में सुख, शांति, समृद्धि और धन की वृद्धि के लिए चंदन की माला में आपको ॐ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।

Chanakya Niti Chanakya Niti : पति-पत्नी के रिश्ते Divorced Gigolo Market jigolo market live in relationship Marriage personal problem relationship vastu shastra Whatsapp tricks whatsapp web ऐसे इस्तमाल करें। Whatsappपे लड़की कैसे पटाये ? अनाथ आश्रम की लड़कियां शादी के लिए चाहिए अनाथ आश्रम की लड़की अनाथ लड़की से विवाह कैसे करें ? अविवाहित लड़की आयुर्वेद आरोग्य एक तलाकशुदा महिला को फेसबुक पर युवक से दोस्ती करना भारी पड़ा ऐसे पति से बीवी कभी नहीं लेती तलाक कुंडली मिलान क्यों है जरूरी क्या करूं? घरबैठे पैसे कमाने के तरीके चाणक्य नीति चाणक्य नीति : चरित्रहीन स्त्री चाणक्य नीति: पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाती हैं ये 4 चीजें तलाक की नौबत कभी नहीं आएगी तलाक लू या नहीं ? तलाक लेना चाहती हु। तलाकशुदा महिला धार्मिक पति को अपना कैसे बनाये पति को अपना बनाने का तरीका पति ने धोखा दिया पति पत्नी का शक कैसे दूर करें? पतिपत्नीमें सुसंवाद कैसे बनाये पति से तलाक लेना चाहिये ? प्यार में धोखा देने वाले महाभारत रिलेशनशीप वास्तुशास्त्र शादी करू या नहीं ? समस्या समाधान सलाह / मार्गदर्शन

Related Articles

Back to top button