ब्रेक-अप से कौन तेजी से उबरता है ? पुरुष या महिला ?
प्यार और ब्रेकअप के मामले हमेशा जटिल होते हैं। हर व्यक्ति अपने अतीत से आगे बढ़ने के लिए अपना अलग तरीका अपनाता है। हालांकि, विज्ञान यह कहता है कि दिल टूटने का पुरुषों और महिलाओं पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है और इस स्थिति से निपटने के लिए दोनों के पास अलग-अलग तरीके होते हैं।
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पुरुष या महिला- ब्रेक-अप से कौन तेजी से उबरता है?
दिलचस्प बात तो यह है कि ब्रेक-अप के बाद महिलाओं को अधिक भावनात्मक और दर्द का अनुभव होता है। लेकिन वे पुरुषों की तुलना में तेजी से अपने अतीत को भूलकर आगे बढ़ती हैं।
महिलाएं दिल टूटने पर कैसे प्रतिक्रिया देती हैं
अध्ययन से यह जानकारी मिलती है कि दिल टूटने से महिलाएं भावनात्मक रूप से अधिक नकारात्मक रूप से प्रभावित होती हैं। महिलाओं का ब्रेकअप के बाद भावनात्मक पीड़ा का रेट 6.84 होता है और पुरुषों के लिए यह आंकड़ा 6.58 होता है। महिलाएं ऐसे भी बहुत स्ट्रॉन्ग होती है। इसलिए वह अपने अंदर के दर्द को छुपा कर रख पाते हैं। लेकिन लड़के महिलाओं की तुलना में उतने स्ट्रांग नहीं होते हैं।
इसलिए वह अपने दर्द को छिपा नहीं पाते हैं और कभी-कभी अपने दर्द को भूलाने के लिए शराब जैसे गंदी चीजों का सहारा भी लेते हैं। ऐसा नहीं है कि लड़कियां एक बार में अपने अतीत को भूल जाती है। लेकिन वह अपने दिल से अपने आसपास के लोगों को तकलीफ नहीं पहुंचाना चाहती है इसलिए वह अपने परिवार वालों के सामने हंसती है। लेकिन अकेले में वह बहुत रोती है।
पुरुष क्या करते हैं?
जबकि महिलाएं अपनी भावनाओं को रचनात्मक रूप से चैनलाइज़ करती हैं। वह रिश्ते से खुद को और अपनी जरूरतों को बेहतर ढंग से समझती हैं। पुरुष का अतीत से निपटने का एक बिल्कुल अलग तरीका होता है। अध्ययन में कहा गया है कि पुरुष या तो ‘कुछ भी अनुभव नहीं करते’ है या वह शराब, नशीली दवाओं के दुरुपयोग या हिंसा का सहारा ले लेते हैं। नशे में अतीत भूल जाते हैं, लेकिन वास्तव में वह बहुत देर से अतीत को भूलते हैं।
पुरुषों को आगे बढ़ने में अधिक समय लगता है
एक शोध इंगित करता है कि पुरुष महिलाओं की तुलना में अधिक समय लेते हैं और आगे बढ़ने के लिए अधिक संघर्ष करते हैं। वास्तव में, शोधकर्ताओं ने यह देखा कि अध्ययन के समय कई पुरुष प्रतिभागियों को पीआरजी (पोस्ट रिलेशनशिप ग्रीफ) का सामना करना पड़ा है। भले ही वे एक साल से अधिक समय पहले अपने पार्टनर से अलग हो गए हो लेकिन उनको ठीक होने में 5 साल भी लग जाता है।
दोनों व्यक्ति अलग-अलग प्रतिक्रियाएं क्यों देते हैं?
जिस तरह से एक पुरुष कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते कि उन्हें उनकी गर्लफ्रेंड धोखा देकर चली जाएं। ठीक वैसे ही कोई लड़की भी यह बर्दाश्त नहीं कर सकती हैं कि उनका बॉयफ्रेंड उन्हें धोखा देकर चला जाएं।
लेकिन यह अपनी-अपनी किस्मत होती है। किसी के किस्मत में उनका प्यार अंत तक रहता है और किसी की किस्मत में प्यार के रूप में धोखा मिल जाता है।
भगवान ने लड़का और लड़की भले ही दोनों को अलग तरीके से बनाया है। लेकिन दोनों के अंदर दिल, दिमाग सोचने की क्षमता थोड़ी बहुत एक जैसी होती है। पुरुषों को को कहा जाता है कि उन्हें दर्द नहीं होता। लेकिन एक लड़की की तुलना में 1 लड़का सबसे ज्यादा दर्द में होता है। जब उनका ब्रेकअप होता है।
पुरुष या महिला ब्रेक-अप से कौन तेजी से उबरता है?
लड़कियां अपने परिवार के खातिर अपने दर्द को छुपा देती है।क्षलेकिन लड़के ऐसा चाह कर भी नहीं कर पाते हैं। वह शराब का सहारा ले लेते हैं। लेकिन जब तक वह नशे में रहते हैं। तब तक सिर्फ अपने अतीत को भूल पाते हैं। लेकिन जब वह वापस ठीक हो जाते हैं। तो फिर से उनका अतीत उनके आसपास घूमने लगता है।
ऐसी परिस्थिति से बाहर निकलने के लिए उन्हें साइकोलॉजिस्ट के पास जाना पड़ता है। काउंसलिंग करवानी पड़ती है। तब जाकर वह ठीक होते हैं 90% लड़कियों के मामले में ऐसा नहीं होता। लेकिन 10% लड़के के मामले में ऐसा होता है कि उनका भी काउंसलिंग करने के बाद ही अतीत उनके दिमाग से गायब होता है।