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कुंडली में हो शनि दोष तो दिखते हैं ये लक्षण | Shani Dosh ke lakshan

दिन बुरे चल रहे हो तो आपके लिए जानना बहुत जरूरी है Shani Dosh ke lakshan | कुंडली में हो शनि दोष तो दिखते हैं ये लक्षण । सभी ग्रहों में शनिदेव सबसे क्रूर है। किंतु  सत्य यह है कि शनि देव न्यायप्रिय ग्रह हैं। शनिदेव अपने जातकों को उनके कर्म के आधार पर फल देते हैं। ज्योतिष में शनि देव की तुलना न्यायधीश से की गई है। शनीदोष से सब डरते है।

जब शनिदेव किसी भी व्यक्ति पर प्रसन्न हो जाते हैं, तो उसकी पूरी जिंदगी बदल जाती है। उस व्यक्ति को कभी भी जीवन में किसी भी वस्तु का अभाव नहीं रहता। किंतु जब शनिदेव किसी व्यक्ति को दंड देते हैं, तो दशा, महादशा ,साढ़ेसाती और ढैय्या परेशान करने लगती है।

Shani Dosh ke lakshan | कुंडली में हो शनि दोष तो दिखते हैं ये लक्षण

शनिदेव व्यक्तियों के द्वारा किए गए, सभी बुरे कर्मों का फल देते हैं। यही कारण है कि शनिवार के दिन सबसे अधिक पूजा शनिदेव की की जाती है। आइए जानते हैं कि शनि के खराब होने के लक्षण क्या है, ताकि समय रहते उनका उपाय किया जा सके।

बालों का झड़ना

हिंदू ज्योतिष में शनि देव का प्रिय रंग काला और गहरा नीला है। जब शनिदेव किसी जातक की कुंडली में बैठकर, अशुभ प्रभाव देते हैं, तब सबसे पहले व्यक्ति के बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। ऐसे लोगों को समय रहते सावधान होना चाहिए और शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय करने चाहिए। आप शनिवार का व्रत भी रख सकते हैं। जिससे आपके ऊपर उनका आशीर्वाद हमेशा बना रहे। इसके अलावा सूर्य के प्रतिकूल प्रभाव की वजह से भी व्यक्तियों के बाल झड़ने लगते हैं। इस वजह से बहुत लोगों को गंजापन आने लगता है।

माथे का रंग बदलना

इसके अलावा यदि शनि किसी व्यक्ति की राशि में भारी है, तो बहुत सारे लोगों के माथे का रंग भी बदलने लगता है। धीरे-धीरे माथे का तेज समाप्त हो जाता है। माथे पर कालापन दिखाई देने लगता है। ऐसे लोगों को अपने सभी कार्य संभलकर करने चाहिए। ताकि उन पर किसी भी कार्य का कलंक ना लगे। बहुत मेहनत करने के बावजूद भी, कभी-कभी शनि के खराब होने की वजह से अपयश का सामना भी करना पड़ता है। व्यक्ति करना कुछ चाहता है, और वह कुछ और जाता है।

शनि का डर

जब शनिदेव अशुभ प्रभाव देना शुरू करते हैं, तो व्यक्ति के परिवार और कारोबार से जुड़ी चीजें खराब होने लगती हैं। उसके द्वारा किए गए सभी कार्य बिगड़ने लगते हैं, और हमेशा मन के भीतर कारोबार या घर में आग लगने का डर बना रहता है। इसीलिए आपको अपने इस व्यवहार को लेकर शनिदेव से लगातार प्रार्थना करनी चाहिए।

गलत कार्यों की प्रवृत्ति

जब शनि ग्रह किसी राशि पर अशुभ प्रभाव डालते हैं, तो उस राशि का जातक गलत कार्यों को करने के लिए उत्साहित नजर आने लगता है। जैसे शेयर बाजार में पैसा लगाने का शौक, अचानक से बढ़ जाना या जुआ खेलना या किसी गलत संगत में आकर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ बुरा कर देना। शनि के बुरे प्रभाव की वजह से व्यक्ति की सोच गलत रास्तों पर चली जाती है। वह ऐसे अनैतिक कार्य करने लग जाता है, जिससे घर परिवार के साथ-साथ, समाज में भी उसे बुराई का सामना करना पड़ता है।

खाने-पीने की खराब आदतें

यदि किसी व्यक्ति की राशि में शनि भारी है, तो इसका एक परिणाम यह भी होता है, कि व्यक्ति के खाने-पीने की आदतें अपने आप परिवर्तित होने लगती हैं। व्यक्ति को कड़वा, तीखा, तला हुआ और मांसाहार भोजन पसंद आने लगता है। जो लोग अक्सर शराब या मांस के सेवन से दूर भागते थे, वह लोग भी इसमें धीरे-धीरे रुचि लेने लगते हैं। यदि आपके आसपास भी कोई ऐसा व्यक्ति है, तो आपको उसे समय रहते सावधान कर देना चाहिए।

स्वभाव में परिवर्तन

जब किसी व्यक्ति की राशि में शनि का अशुभ प्रभाव पड़ने लगता है, तो व्यक्ति झूठ बोले लगता है। उसके अंदर छोटी-छोटी चीजों को लेकर गुस्सा आने लगता है। उसका मन धार्मिक कार्यों की जगह बुरे कार्यों में लगने लगता है।

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