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क्यों गलत माना जाता है शिक्षक से विद्यार्थी का संबंध

हमारे भारत देश में शिक्षक जिन्होंने कहा जाता है उनको बहुत ही सम्मान की नजर से देखा जाता है। शिक्षक एवं शिक्षा के बिना कोई भी व्यक्ति अधूरा है। एक व्यक्ति कौन अपने जीवन में सफल होने के लिए और आगे बढ़ने के लिए अपने शिक्षक की बहुत ज्यादा जरूरत होती है। एक समय था जब गुरु एवं शिष्य का संबंध बहुत ज्यादा ही स्ट्रांग होता था। जिसमें गुरु अपने छात्रों को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करते थे। लेकिन आज एक समय है जहां पर गुरु एवं शिष्य का संबंध ना केवल शिक्षा तक ही सीमित है। बल्कि इस संबंध को प्यार का नाम भी दिया गया है।

यदि आपके द्वारा पढ़ाई गई छात्रा ही आपको सामने से आकर प्रपोज करें तो आप क्या करेंगे?

क्यों शिक्षा को प्यार का नाम देते हैं?

प्यार चाहे माता-पिता से हो या गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड से हो या फिर अपने गुरु से हो प्यार प्यार होता है। लेकिन प्यार को गलत तरीके से लेने में बहुत फर्क होता है।

कल तक जिस शिक्षक ने आप को पढ़ाया आगे बढ़ने में मदद किया। आज आप उसे शिक्षक से शादी करने का सोच रहे हैं।

क्यों गलत माना जाता है शिक्षक से विद्यार्थी का संबंध

कहां जाता है हर चीज की सीमा होती है जैसे कि शिक्षक एवं विद्यार्थी कभी भी एक दूसरे के दोस्त या फैमिली मेंबर्स नहीं हो सकते। शिक्षक का काम अपने विद्यार्थी को शिक्षा प्रदान करना है और विद्यार्थी शिक्षक द्वारा दिए गए दान को स्वीकार करता है।

मैं स्वीकार नहीं करूंगा

यदि मुझे मेरे द्वारा पढ़ाई गई बच्ची आकर

सामने से प्रपोज करती है। तो मैं उसे साफ मना कर दूंगा और कह दूंगा कि मैं पहले से शादीशुदा हूं।इसलिए मैं तुम्हारा यह प्रस्ताव स्वीकार नहीं कर सकता। 

क्यों विद्यार्थी को आप पत्नी के रूप में नहीं चाहते हैं?

पत्नी पत्नी होती हैं और विद्यार्थी के रूप में बनने वाली पत्नी पत्नी तो बन जाती है। लेकिन वह शादी केवल पैसों के लिए ही करती है।  इंसान की कीमत कम और पैसों की कीमत इंसानो से भी ज्यादा होने लगी है

 किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह किसके साथ संबंध बना रहे हैं। पर संबंध बनाने वाला व्यक्ति लखपति करोड़पति हो वैसे ही देख कर कुछ लड़के लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसाते हैं।

यदि भविष्य में आपका मूड बदला, तो क्या आप सच में अपने विद्यार्थी से शादी कर लेंगे

भविष्य का तो नहीं पता लेकिन वर्तमान में मैं अपनी पढ़ाई हुई बच्ची के साथ शादी नहीं कर सकता। कारण मैं किसी और को पसंद करता हूं।

हां, यह बात सच है कि बहुत सारे लोग अपने विद्यार्थी से शादी कर लेते हैं। लेकिन मैं उन लोगों जैसा नहीं बनना चाहता हूं। मैं शिक्षक हो सकता हूं, लेकिन साथ में इंसान हूं।

क्यों गलत माना जाता है शिक्षक से विद्यार्थी का संबंध

इस पूरे दुनिया में अच्छे लड़कों की कमी नहीं है। मैं विद्यार्थी से कहना चाहूंगा कि आप यदि अच्छे लड़के की तलाश करेंगी। तो आपको अच्छे लड़के जरूर मिलेंगे और जब आपको लड़के मिल जाएंगे तब आप मुझे भी इग्नोर कर देंगी।  स्टूडेंट को पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए ना की अपने शिक्षक आया शिक्षक को ध्यान से देखना चाहिए। ऐसा करने से खुद की बदनामी होती हैं।

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